जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में आगरा के रहने वाले कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हो गए. कैप्टन शुभम गुप्ता के बलिदान की सूचना जैसे ही उनके घर पहुंची तो कोहराम मच गया. गमगीन माहौल के बीच यूपी की योगी सरकार की तरफ से शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के परिजनों को 50 लाख रुपये का चेक दिया गया.
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आंखों में आंसू और गमगीन माहौल के बीच यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने शहीद कैप्टन के माता-पिता को 25-25 लाख रुपये के दो चेक दिए हैं.
शहीद जवान शुभम गुप्ता के घर पहुंचकर कैमरा के सामने मंत्री योगेंद्र उपाध्याय चेक देने लगे. इस दौरान शहीद की मां रोती बिलखती अपने बेटे शुभम को बुलाने के लिए बार बार कहती रहीं. कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के सामने शहीद कैप्टन की मां कहती हैं, ”मेरे लिए प्रदर्शनी मत लगाओ भाई… मेरे प्यारे बेटे को बुला दो. मेरी दुनिया खत्म हो गई. मेरा सबकुछ खत्म हो गया. मेरे बेटू शुभम आ जा…”
वहीं, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये का चेक, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक रोड का नाम भी शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के नाम पर रखा जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि निकटम मेट्रो स्टेशन का नाम शहीद के नाम पर रखे जाने के लिए जो भी प्रक्रिया होगी वह की जाएगी.
पढ़ाई के दौरान ही फौज में जाने का मन चुके थे शुभम गुप्ता
शुभम गुप्ता अपनी पढ़ाई के दौरान ही फौज में जाने का मन बना चुके थे. उन्होंने फौज में जाने का अपना लक्ष्य भी पा लिया था. शुभम गुप्ता को फौजी की वर्दी में देखकर माता-पिता और भाई का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता था. सबको लगता था उनका बेटा, भाई दुनिया की सर्वोच्च सेना में गिनती रखने वाली 9 पैरा स्पेशल फोर्स में देश की सेवा कर रहा है. दिवाली के मौके पर वीडियो कॉल के जरिए मां की बात कैप्टन शुभम गुप्ता से हुई थी.
कैप्टन शुभम गुप्ता के बलिदान की खबर आगरा में आने के बाद उनके घर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारत सरकार एसपी सिंह बघेल, फतेहपुर सीकरी से सांसद और भाजपा किसान मर से की राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर, उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल और विजय शिवहरे के अलावा अनगिनत लोग दुख की घड़ी में शामिल होने के लिए रात में ही पहुंच गए थे.
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