उत्तर प्रदेश सरकार में सबसे ताकतवर नौकरशाह के रूप में काम कर चुके 87 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी (Awanish awasthi) 31 अगस्त यानी बुधवार को रिटायर हो गए. मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को प्रमुख सचिव गृह का अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया. 35 साल की सर्विस में अवनीश अवस्थी का योगी सरकार में काफी बड़ा कद रहा है.
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एक्सटेंशन की थी चर्चा
माना जा रहा था कि अवनीश अवस्थी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditya nath) के बेहद करीब हैं और योगी उनपर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं. ऐसे में अगर वह अवनीश अवस्थी के लिए एक्सटेंशन चाहेंगे तो केंद्र सेवा विस्तार दे सकता है. जबकि अवनीश अवस्थी को करीब से जानने वालों ने बताया था कि सेवा विस्तार नहीं मिलेगा और वह 31 अगस्त को रिटायर हो जाएंगे.
सेवा विस्तार नहीं मिलने की ये वजह?
कई नौकरशाहों ने बताते हैं कि अवनीश अवस्थी को सेवा विस्तार नहीं मिलने के पीछे वजह प्रशासनिक है न कि सियासी. जानकारों के मुताबिक देश में कहीं भी एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) जो कि राज्यों में तैनात हैं उन्हें सेवा विस्तार देने का कोई उदाहरण नहीं है. यानी एसीएस रहते सेवा विस्तार नहीं मिल सकता. सिर्फ डीजीपी और चीफ सेक्रेट्री को ही सेवा विस्तार मिल सकता है.
ऐसे बने करीबी
जब से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं तब से कोई एक अधिकारी जिसे सबसे करीब माना गया वे हैं अवनीश अवस्थी है. यह करीबी भी आज के नहीं बल्कि 2002-2003 के हैं. ये तब की बात है जब अवनीश अवस्थी गोरखपुर के डीएम हुआ करते थे और योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद. जो संबंध 2002-2003 में बने उसे सीएम योगी ने निभाया और मुख्यमंत्री बनते ही उन्हें सूचना, यूपीडा और धर्माथ कार्य जैसे विभाग दे दिए. अवनीश अवस्थी ने पहले कार्यकाल के 4 सालों तक उनका पीआर और ब्रांडिंग करने में मदद की.
अवनीश अवस्थी को जब गृह विभाग दिया गया तब उसके बाद कई ऐसे बड़े फैसले योगी आदित्यनाथ ने लिए जिसने योगी के मॉडल को आगे किया. चाहे सीएए एनआरसी हो, माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार का बुल्डोजर हो, धर्मस्थलों से लाऊड स्पीकर उतारना हो, एनकाउंटर जैसी पालिसी हो, सभी के पीछे अवनीश अवस्थी का भी अहम रोल माना जाता था.
यूपी: सीएम योगी के सबसे करीबी अधिकारी अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट पर सस्पेंस बरकरार!
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