Lucknow News: अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही पर जानलेवा हमले के मामले में नई जानकारी सामने आई है. सुल्तानपुर में तैनात महिला कांस्टेबल पर हुए सरयू एक्सप्रेस में जानलेवा हमला सीट पर बैठने को लेकर हुए विवाद की वजह से हुआ था. लखनऊ केजीएमसी में भर्ती महिला कांस्टेबल से पूछताछ के दौरान पुलिस टीमों को यह अहम जानकारी हाथ लगी है. अब एसटीएफ की टीमें मनकापुर से अयोध्या आने वाले 150 से अधिक लोगों से पूछताछ कर हमलावरों की तलाश में जुट गई है.
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महिला सिपाही पर ट्रेन में इसलिए हुआ था जानलेवा हमला?
बता दें कि 30 अगस्त को मनकापुर से अयोध्या आ रही सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमला सीट पर बैठने को लेकर शुरू हुए झगड़े से हुआ था. बताया जा रहा है कि महिला कांस्टेबल ऊपर बर्थ पर लेटी थी, जिसको लेकर दोनों हमलावरों से उसका मनकापुर में ही झगड़ा हुआ था. ट्रेन जब मनकापुर से अयोध्या के लिए निकली, 10 मिनट के बाद ट्रेन ने स्पीड पकड़ी तभी दोनों हमलावरों ने महिला कांस्टेबल पर हमला कर दिया.
आरोपियों को तलाश रही पुलिस
जांच में जुटी एसटीएफ की 6 टीमें मनकापुर से अयोध्या के बीच अब संदिग्धों की तलाश कर रही हैं. महिला कांस्टेबल के अनुसार हमलावर दो थे. एसटीएफ की टीम ने मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन में एक साथ नजर आ रहे हैं . दो लोगों को चिन्हित कर पूछताछ भी की है. पुलिस अब तक करीब पौने दो सौ संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है. अयोध्या रेलवे ओवर ब्रिज पर नजर आए दोनों संदिग्धो को भी तलाशा जा रहा है. हालांकि क्रिमिनल पैटर्न को समझने वाली एसटीएफ यह भी जान रही है कि पुलिस की वर्दी में किसी भी महिला कांस्टेबल पर हमला करने के बाद कोई भी हमलावर रेलवे स्टेशन पर उतरने की गलती नहीं करेगा.
पुलिस के सामने ये बड़ी चुनौती
सीसीटीवी की जांच में भी अयोध्या रेलवे स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस के उस डिब्बे से किसी भी यात्री का उतरना दिखाई नहीं पड़ता है. ऐसे में शक है कि दोनों हमलावर अयोध्या रेलवे स्टेशन के आउटर पर जहां ट्रेन की स्पीड 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हो जाती है, वही चलती ट्रेन से नीचे उतर गए.
इस केस की जांच में लगी टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती रेलवे प्लेटफार्म और रेलवे स्टेशन के बाहर सीसीटीवी की निगरानी का ना होना भी है. मनकापुर रेलवे स्टेशन जहां सरयू एक्सप्रेस रूकती है और ट्रेन का वह डिब्बा, जिसमें महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमला हुआ, वहां कोई भी सीसीटीवी नहीं लगा. अयोध्या रेलवे स्टेशन पर भी बाहर जाने वाले रास्ते सीसीटीवी से लैस नहीं है. जिसकी वजह से ओवर ब्रिज पर नजर आ रहे दोनों संदिग्ध अयोध्या रेलवे स्टेशन पर उतर कर कहां किस दिशा में गए किस गाड़ी से गए पता नहीं चल पाया है.
एक्शन में पुलिस की टीम
पुलिस अब एक तरफ अयोध्या रेलवे ओवरब्रिज पर नजर आ रहे दोनों संदिग्धों की तलाश में जुटी है तो वही दूसरी तरफ अयोध्या रेलवे स्टेशन के आउटर पर घटना वाली सुबह नजर आने वाले संदिग्धों को भी तलाश रही है. पुलिस ने सर्विलांस के साथ-साथ मुखबिरो को भी सक्रिय किया है. मनकापुर से अयोध्या के बीच करीब 200 गांवो में पुलिस की टीमें मुखबिरों के जरिए हमलावरों को तलाश रही है.
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