लेडी टीचर कहती रही कि प्रिंसिपल ने किया यौन शोषण पर किसी ने नहीं सुना दर्द तो उठाया ये कदम

राम बरन चौधरी

• 02:10 PM • 13 Jun 2023

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक स्कूली शिक्षिका के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ. मामले में दोषियों पर कार्रवाई न होने के…

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उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक स्कूली शिक्षिका के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न हुआ. मामले में दोषियों पर कार्रवाई न होने के चलते शिक्षिका ने कथित तौर पर फांसी लगाकर जान दे दी. मृतका ने कथित तौर पर आत्महत्या करने से पहले पुलिस थाने में अपने स्कूल के प्रिंसिपल पर उसका यौन उत्पीड़न करने और उसके अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी को लेकर लिखित शिकायत की थी. लेकिन पुलिस ने न ही उसका मामला दर्ज किया और न ही आरोपी पर कोई कार्रवाई की.

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जब पुलिस ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं की तो पीड़िता के भाई ने सरकारी आन लाइन शिकायत पोर्टल (आईजीआरएस) पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी. जब इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो शिक्षिका ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी.

जिले के थाना फखरपुर क्षेत्र के एक गांव में बीते 2 जून को एक स्कूली शिक्षिका ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतका शिक्षिका अपने ही स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा उसका यौन उत्पीड़न करने और उसके अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी से परेशान थी.

इस मामले में शिक्षिका ने अपने भाई के माध्यम से थाने में लिखित शिकायत भेजी थी, लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत न ही दर्ज की और न ही कोई कार्रवाई की. जिसके बाद बीते 28 मई को उसके भाई ने सरकारी ऑनलाइन शिकायत पोर्टल (आईजीआरएस) पर इस मामले की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा दी और अपने ट्विटर हैंडल से यूपी पुलिस को ट्वीट कर मामले की जानकारी दी. जिसपर यूपी पुलिस ने बहराइच पुलिस को कार्रवाई के लिए भी लिखा. लेकिन जब फखरपुर पुलिस को इस ट्वीट की जानकारी हुई तो पुलिस सिपाहियों ने साक्ष्य मिटाने के लिए पीड़ित का मोबाइल लेकर ट्वीट डिलीट कर दिया.

इस मामले में पुलिस की गैर-जिम्मेदाराना हरकत को इस बात से भी समझा जा सकता है कि यूपी पुलिस के ट्वीटर अकाउंट से बहराइच पुलिस को कार्रवाई के लिए मैसेज होने के बाद भी पुलिसकर्मी उसके परिजनों को सामाजिक बदनामी का हवाला देकर कार्रवाई न कराने का दबाव बनाते रहे. इस बात से क्षुब्ध शिक्षिका ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी.

सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर उसके भाई की तहरीर पर आरोपी प्रिंसिपल वरुण गौड़ के विरुद्ध धारा 306 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया. लेकिन इसके बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की. कई दिन बीत जाने के बाद थक हार कर शिक्षिका के भाई ने यूपी पुलिस महानिदेशक को ट्वीट कर मामले से अवगत कराया. जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रिंसिपल को कल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

वहीं, मृतका के भाई ने अपनी बहन की फांसी लगाकर जान देने के मामले में बहराइच जिले की फखरपुर पुलिस को दोषी ठहराया है और थाना प्रभारी समेत आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

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