यूपी में मानसून की बेरुखी पर सीएम योगी ने ली अधिकारियों की बैठक, बोले- अलर्ट मोड पर रहें

यूपी तक

• 03:16 AM • 15 Jul 2022

उत्तर प्रदेश में मानसून के हालात की समीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी दिशा-निर्देश…

UPTAK
follow google news

उत्तर प्रदेश में मानसून के हालात की समीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि यूपी में इस साल 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर बारिश हुई है जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर यानी लगभग 62 फीसदी कम है. खरीफ फसलों में 13 जुलाई तक 96.03 लाख हेक्टेयर जमीन पर फसल लगाई जाती है, लेकिन अब तक सिर्फ 42.41 लाख हेक्टेयर पर ही बुवाई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का मात्र 44.16% ही है. इसमें 45 फीसदी हिस्सा अकेले धान की बुआई का है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि, सिंचाई, राहत, राजस्व आदि सम्बंधित विभाग अलर्ट मोड में रहें. सीएम ने किसानों की फसलों की स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को हर परिस्थितियों के लिए तैयार रहने को कहा है.

यह भी पढ़ें...

यूपी मानसून का हाल

दक्षिणी पश्चिमी मानसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है. जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है. इस बीच एकमात्र आगरा जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य वर्षा हुई. ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है. 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60%  तक ही वर्षा दर्ज की गई है.

नदियों, नहरों और जलाशयों में है पर्याप्त पानी

समीक्षा बैठक में कहा गया कि उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून तक बरसात का मौसम प्रारंभ हो जाता रहा है, जो कि 15 सितंबर तक जारी रहता है. खेती-किसानी की समृद्धि के लिए यह प्राकृतिक वर्षा अमृत है. इस बार मानसून में देरी है. हालांकि प्राकृतिक वर्षा जल से सिंचाई के साथ-साथ सरकार द्वारा नहरों, नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया गया है. ताजा स्थिति के अनुसार सभी प्रमुख नदियों, नहरों और जलाशयों में पर्याप्त जलराशि है. यह संतोषप्रद स्थिति है.

बैठक में सामने आया कि कम वर्षा के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है. खरीफ अभियान 2022-23 के तहत 13 जुलाई की अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष 42.41 लाख हेक्टेयर की बोआई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का मात्र 44.16% ही है. इसमें 45% हिस्सा अकेले धान की बोआई का है. गत वर्ष इसी तिथि तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि पर बोआई हो चुकी थी.

18 जुलाई से अच्छी बारिश का अनुमान

मौसम वैज्ञानिकों के आंकलन के अनुसार आगामी 18 जुलाई से अच्छी वर्षा की संभावना है. बावजूद इसके विलंब से बुआई ऊपज को प्रभावित करती है. बैठक में वैकल्पिक प्रबंध के संबंध में तैयार रहने को कहा गया है. बैठक में सीएम योगी ने निर्देश दिया कि सभी परिस्थितियों के लिए कार्ययोजना तैयार रहनी चाहिए. प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें. उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो.

इन जिलों में विशेष ध्यान की जरूरत

बैठक में ये बताया गया कि बांदा, चंदौली, हमीरपुर, देवरिया, जालौन जिलों के साथ-साथ बलिया, बस्ती, गोरखपुर, महराजगंज, संतकबीरनगर और श्रावस्ती जैसे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है. सीएम योगी ने समीक्षा बैठक में कहा कि आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी पेयजल का अभाव न हो. विंध्य और बुंदेलखंड में पेयजल की सुचारू आपूर्ति बनी रहे. वन विभाग वन्य जीवों के लिए तथा पशुपालन विभाग पशुओं के पेयजल की व्यवस्था बेहतर बनाये रखे. बरसात पर निर्भर जलाशयों में जल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं.

    follow whatsapp