उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार, 26 जुलाई को ‘कारगिल विजय दिवस’ (Kargil Vijay Diwas) के मौके पर लोगों को बधाई की.
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इस अवसर पर सीएम ने ट्वीट कर कहा,
“विश्व इतिहास में भारतीय सशस्त्र बलों के अद्भुत पराक्रम, उत्कृष्ट रण-कौशल और अटूट कर्तव्यनिष्ठा के महान प्रतीक ‘कारगिल विजय दिवस’ की सभी को हार्दिक बधाई. मां भारती की रक्षा हेतु प्राणोत्सर्ग करने वाले सभी रणबांकुरों को भावपूर्ण नमन! जय हिंद!”
योगी आदित्यनाथ
आपको बता दें कि कारगिल विजय दिवस के मौके पर लखनऊ स्थित कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने हिस्सा लिया. इस दौरान अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा, “कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारत माता के वीर सपूतों के लिए प्रदेश की ओर से नमन. कारगिल युद्ध भी स्वतंत्र भारत का एक ऐसा युद्ध था जो भारत पर पाकिस्तान ने जबरन थोपा था. मई 1999 में कारगिल युद्ध प्रारंभ हुआ था और 26 जुलाई 1999 को यानी आज ही के दिन इस युद्ध में भारत की विजय की घोषणा हुई थी. इस विजय के साथ पाकिस्तान पूरी दुनिया में एक्सपोज हुआ था कि वह भारत के अंदर कैसे घुसपैठ करता है, भारत पर युद्ध जबरन थोपा है, कैसे पाकिस्तान पूरी दुनिया में एक सिरदर्द बना हुआ है.”
सीएम ने आगे कहा,
इस युद्ध में लखनऊ के कैप्टन मनोज पांडेय को परमवीर चक्र (मरणोपरांत) प्रदान किया गया था. देश के पहले सैनिक स्कूल का नाम कैप्टन मनोज पांडे के नाम ही रखा गया था, जो 1960 में स्थापित हुआ था. देश के लिए शहीद होने से बड़ा कोई बलिदान नहीं होता. जिन परिवारों ने अपने वीर सपूतों को देश के लिए खो दिया, उन सभी परिवारों का मैं ऋणी हूं. आश्वस्त करता हूं कि केंद्र और राज्य सरकार सदैव उनके साथ खड़ी है.”
योगी आदित्यनाथ
क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस?
आपको बता दें कि भारतीय सेना ने लद्दाख में कारगिल के ऊंचे पतर्वतीय इलाकों में करीब तीन महीने तक चले युद्ध के बाद जीत की घोषणा करते हुए 26 जुलाई 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ की सफलता का एलान किया था. पाकिस्तान पर भारत की जीत को याद करने लिए 26 जुलाई को ‘कारगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
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