उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बुखार का कहर लगातार जारी है. हाल ही में केंद्र की एक टीम ने पाया था कि यहां ज्यादातर केस की वजह डेंगू है, जबकि कुछ मामलों का कारण स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पाइरोसिस है. बीमारों में बच्चों की बड़ी संख्या है, 400 से ज्यादा बच्चे मेडिकल कॉलेज के बच्चा वॉर्ड में भर्ती हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज में 60 मौतें हो चुकी हैं.
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डेंगू के मामले थम नहीं रहे और मरीजों के प्लेटलेट्स गिर रहे हैं, ऐसे में फिरोजाबाद से एक हैरान करने वाली बात सामने आई है.
दरअसल, कुछ लोगों का मानना है कि बकरी का दूध पीने से प्लेटलेट्स में तेजी से वृद्धि होती है, ऐसे में यहां बकरी के दूध की मांग बढ़ गई है और बीमारों के तीमारदार बकरी के दूध के लिए मुंह मांगी कीमत देने को तैयार दिख रहे हैं.
इसी नतीजा है कि ‘आपदा में अवसर’ देखते हुए बकरी पालकों ने दूध की कीमत बढ़ा दी है. छारबाग, रामनगर, मठसेना इलाके के बकरी पालक अब 1000 रुपये प्रति लीटर से लेकर करीब 1500 रुपये प्रति लीटर तक बकरी का दूध बेच रहे हैं. जबकि इससे पहले इसी दूध की कीमत करीब 40 रुपये प्रति लीटर हुआ करती थी.
14 सितंबर को जब हम एक बकरी पालक राहुल के पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि उनके पास 75 बकरियां हैं और वह 150 रुपये का 100 ग्राम दूध बेच रहे हैं.
राहुल ने कहा, ”इस समय 30 से 40 ग्राहक दूध खरीदने के लिए आते हैं. कभी 50 भी हो जाते हैं. हम 150 रुपये का 100 ग्राम दूध दे रहे हैं. आगे जैसा सौदा पट जाए.”
वहीं बकरी का दूध खरीदने वाले नागेश नाम के शख्स ने बताया, ”हमारे घर वालों को बहुत परेशानी है, हमने 100 ग्राम दूध के 150 रुपये दिए हैं.”
एक बीमार बच्चे के अविभावक प्रशांत माहेश्वरी ने बताया, ”मैं 100 रुपये का 100 ग्राम (दूध) लेकर आया हूं.”
वहीं, एक अन्य बीमार बच्चे के अविभावक पंकज गुप्ता ने कहा, ”मुझे 400 रुपये का ढाई सौ ग्राम दिया. आपदा को अवसर बना रहे हैं ये लोग, यह बहुत गलत है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”
क्या वाकई बकरी के दूध से बढ़ते हैं प्लेटलेट्स?
इस मामले पर राजकीय मेडिकल कॉलेज, फिरोजाबाद के डॉक्टर एलके गुप्ता ने कहा, ”कुछ लोगों ने हमारे यहां बकरी के दूध का कहा, किस आधार पर कहा, इस पर कोई रिसर्च तो हुई नहीं है, लेकिन हम भी मानते हैं कि अगर किसी ने उसका अनुभव लिया है तो बकरी का दूध पिलाने से कोई नुकसान तो नहीं है. लेकिन ऐसी कोई वैज्ञानिक रिसर्च नहीं है, जिससे यह सिद्ध हो सके कि बकरी का दूध पीने से प्लेटलेट्स बढ़ते हैं.”
वहीं, नेशनल हेल्थ पोर्टल पर ‘एहतियाती उपाय और यूनानी घरेलू उपचार’ के तहत बताया गया है कि बकरी का दूध दिन में तीन बार पिलाने से डेंगू से राहत मिल सकती है. हालांकि पोर्टल पर ऐसे उपायों को लेकर साफ कहा गया है, ”एक-दो दिन ही घरेलू नुस्खे आजमाएं. हमेशा डॉक्टर से मिलें और अस्पताल में भर्ती होने की किसी भी जरूरत के बारे में सलाह लें.”
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