उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में आग की चपेट में आकर भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया है. मौके पर मौजूद राजस्व टीम और पुलिस पूरे मामले में कार्रवाई में जुट गई है. कोतवाली हरपालपुर इलाके की मखाईपुरवा गांव की घटना है.
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ऐसे हुआ हादसा
गांव में मजदूरी कर बच्चों का भरण पोषण करने वाले तेजीराम का परिवार छप्पर के मकान में रहता है. शुक्रवार सुबह तेजीराम मजदूरी करने गया था, जबकि उसकी पत्नी माया देवी छप्पर के नीचे चूल्हे पर चाय बना रही थी और बच्चे ज्ञानेंद्र (3), नन्हीं (4) और आशीष झोपड़ी में सो रहे थे. माया देवी चूल्हे पर चाय बनाने के बाद बच्चों को छप्पर के नीचे सोता छोड़कर खेत पर चली गई.
इसी दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी से छप्पर में आग लग गई. छप्पर में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरा छप्पर धूं-धूं कर जलने लगा. तो आशीष जागकर बाहर निकल आया, जबकि ज्ञानेंद्र और नन्हीं छप्पर के नीचे ही फंस गए. चीख-पुकार सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने बमुश्किल पानी डालकर आग को बुझाया, लेकिन तब तक दोनों की आग से जलकर दर्दनाक मौत हो गई. अग्निकांड में 2 बच्चों की मौत से पूरे गांव में कोहराम मच गया है.
मामले की सूचना पाकर पुलिस और राजस्व टीम मौके पर पहुंची है. राजस्व टीम जानमाल के नुकसान का आकलन करने में जुटी है. वहीं, पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है. परिवार में दो बच्चों की हुई दर्दनाक मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
पुलिस ने क्या कहा?
हरदोई के सीओ सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मखाईपुरवा गांव निवासी तेजीराम के घर में अचानक आग लग गई. आग में दो बच्चों की मौत हो गई.परिजनों की सहायता के लिए राजस्व विभाग कार्रवाई कर रहा है.
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