IPL 2023: ‘मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है’…ये पंक्तियां यूपी ने इस खिलाड़ी पर सटीक बैठती हैं, जिसने सभी कठिनाइयों को पीछे छोड़ आज एक नया मुकाम हासिल किया है. हम बात कर रहे हैं यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) की. उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले यशस्वी जायसवाल IPL में भले ही राजस्थान (Rajasthan Royals) की तरफ से खेल रहे हैं, पर उनकी बैंटिग का मुरीद पूरा देश हो गया है.
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IPL 2023 में दिखा जलवा
बता दें कि IPL 2023 में यश्स्वी जायसवाल का अब तक का सफर शानदार रहा है. वह तीन मैचों में 161 की स्ट्राइक रेट से 125 रन बना चुके हैं. यशस्वी जायसवाल ने शनिवार को खेले गए मुकाबले में शानदार 60 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 11 चौके और 1 छक्का जड़ा. IPL 2023 में अब तक वह एक खतरनाक बैटर के रूप में उभरकर सामने आए हैं, जिनसे अब गेंदबाज खौफ खाने लगे हैं. अपनी बल्लेबाजी से मैच को आसान बनाने वाले यशस्वी जायसवाल की कहानी इतनी आसान नहीं रही है.
संघर्ष से भरी है कहानी
यशस्वी जायसवाल के कोच ज्वाला सिंह ने हमारे सहयोगी चैनल आजतक से खास बातचीत में उनकी जिंदगी से जुड़े उन तमाम पहलूओं को सामने रखा था जिसे और कोई नहीं जानता. कोच ज्वाला सिंह ने बताया था कि, ‘मुंबई के आजाद मैदान पर उनकी नजर यशस्वी जायसवाल पर पड़ी थी, जो उनकी तरह क्रिकेट खेलेने मुंबई आया था. जब वह 2012 में क्रिकेट का सपना संजोए अपने चाचा के पास मुंबई पहुंचा, तो वह महज 11 साल का था.’
गोलगप्पे बेचने से लेकर टेंट में रहने तक
जानकारी के मुताबिक चाचा के पास इतना बड़ा घर नहीं था कि यशस्वी को भी उसमें रख सके. यशस्वी एक डेयरी दुकान में अपनी रातें गुजारता था. दो वक्त के खाने के लिए फूड वेंडर के यहां काम करना शुरू कर दिया. रात में पानी पूरी (गोलगप्पे) बेचा करता था. यशस्वी अपने ट्रैनिंग के दौरान टेंट में रहते थे. वहीं यशस्वी को जब 2020 में अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला तो पूरी दुनिया ने उनकी प्रतिभा का लोहा माना. यशस्वी ने अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में 400 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक और 4 अर्धशतक शामिल थे.
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