कन्नौज: सिपाही सचिन राठी की हत्या मामले में आरोपी मुन्ना यादव के मकान पर चला बुल्डोजर

यूपी तक

04 Jan 2024 (अपडेटेड: 04 Jan 2024, 09:52 AM)

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना यादव पर पुलिस-प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है.…

UPTAK
follow google news

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना यादव पर पुलिस-प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. मुन्ना यादव के मकान पर बुल्डोजर कार्रवाई की गई है.

यह भी पढ़ें...

बता दें कि 25 दिसंबर को अशोक उर्फ मुन्ना यादव नामक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाश और उसके बेटे ने फायरिंग कर दी थी. इसी वारदात में सिपाही सचिन की मौत हुई. अब पुलिस-प्रशासन ने मुन्ना यादव के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाकर एक्शन लिया है.

पुलिस ने क्या कहा?

कन्नौज के एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि दिनांक 25 दिसंबर को विशुनगढ़ थाने के अंतर्गत नगरिया गांव में अपराधी मुन्ना यादव के खिलाफ कोर्ट की तरफ से वारंट जारी था. इसको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम उसके नगरिया गांव गई थी. इस अपराधी और इसके परिवारजनों द्वारा पुलिस टीम पर फायर कर दिया गया. इसमें हमारे एक साथी सिपाही सचिन राठी शहीद हो गए. मुन्ना यादव के बेटे और उसकी पत्नी को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया.

उन्होंने आगे बताया कि जब मुन्ना यादव के मकान की जांच की गई तो पाया गया कि इसके द्वारा सार्वजनिक रास्ते पर कब्जा किया गया. इस मकान का प्रयोग मुन्ना यादव अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए करता था. पुलिस रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने मुन्ना यादव के मकान के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया गया था. आज मुन्ना यादव के मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी की गई है.

अपराध की दुनिया में कैसे आया मुन्ना?

आपको बता दें कि अशोक उर्फ मुन्ना यादव बचपन से ही खुराफाती था. मुन्ना गांव में अपना वर्चस्व काम रखना चाहता था. इसी वर्चस्व को लेकर उसकी गांव के ही सोवरन यादव से रंजिश हो गई थी. इसी रंजिश के चलते मुन्ना ने 5 सितंबर 1998 को पहला कत्ल कर दिया था. इसके बाद सोवरन यादव के परिवार के लोगों ने ठीक 42 दिन बाद मुन्ना के भाई का मर्डर कर दिया.

इसके बाद अशोक यादव ने 2005 में सोवरन यादव के भाई का मर्डर कर दिया और फिर अशोक यादव उर्फ मुन्ना अपराध जगत में आगे बढ़ता चला गया. धीरे-धीरे उसके ऊपर करीब 20 मुकदमे पुलिस फाइल में दर्ज हो गए. विशुनगढ़ पुलिस में उसकी पहचान हिस्ट्रीशीटर 40 ए के रूप में है.

करीब 3.50 बीघा में है मुन्ना का मकान

विशुनगढ़ थाने से एक किलोमीटर की दूरी पर सबसे पहले धीरपुर पड़ता है. उससे 300 मीटर की दूरी पर नगरिया है. उसके बाद 200 मीटर की दूरी पर धरनी गांव है. हिस्ट्रीशीटर मुन्ना नगरिया गांव का निवासी है. पहले उसका मकान गांव के अंदर था. बाद में उसने गांव से 100 मीटर की दूरी पर खेत में ही 5000 स्क्वायर फीट से ज्यादा क्षेत्रफल में नया मकान बनाया. मिली जानकारी के अनुसार, मुन्ना ने अपना घर उस हिसाब से बनाया था कि बाहर से आने वाले लोगों की वह निगरानी कर सके. उसने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया था, जो अब फूट गया है. घर की चारदीवारी पर उसने छोटे-छोटे जंगले निगरानी के लिए बनाए थे.

घर से बरामद हुआ असलहों का जखीरा

मुन्ना को गिरफ्तार करने के बाद उसके घर की तलाशी के दौरान पुलिस को वहां से असलहों का जखीरा मिला. पांच तमंचे, एक डबल बैरल और एक रायफल भी बरामद हुई है.

    follow whatsapp