उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में लूट के शक में उठाए गए व्यापारी बलवंत सिंह की पुलिस कस्टडी में मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं अब मृतक बलवंत सिंह की पत्नी शालीनी सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाई है. पत्र में शालिनी ने अखिलेश यादव के लिए लिखा है कि आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है, मेरे पति की पुलिस हिरासत बड़ी बेहरहमी के साथ मार दिया गया. वहीं मृतक की पत्नी ने अखिलेश यादव को घर बुलाकर न्याय दिलाने की बात की है.
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मृतक की पत्नी ने पत्र में अखिलेश यादव को अपना बड़ा भाई बताते हुए बहन की मदद की बात लिखी है. वहीं इस पत्र के आने के बाद कानपुर में सियासी हलचल बढ़ गई है. ऐसी भी कहा जा रहा है कि जल्द ही अखिलेश यादव अपनी बहन की गुहार सुनने उसके घर पहुंच सकते हैं.
क्या था पूरा मामला?
बता दें कि 6 दिसंबर की रात में मृतक बलवंत सिंह के चाचा चंद्रभान सिंह के साथ बाइक सवार तीन बदमाशों ने आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर तमंचे के बल पर उनसे रुपए लूट की थी. चंद्रभान ने लूट का मुकदमा शिवली थाने में दर्ज कराया था. पुलिस उसकी जांच कर रही थी. जांच में पुलिस ने गांव के 3 लोगों को उठाया था. इनसे पूछताछ में पुलिस ने बलवंत का नाम सामने आने की जानकारी दी थी. इसके बाद बलवंत को पुलिस ने उठाया. पुलिस की तरफ से बताया गया था कि बलवंत जब खुद चलकर थाने आया तो उसके सीने में दर्द होने लगा, इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
वहीं मृतक बलवंत के परिजनों का आरोप था कि बलवंत गांव के ही राम राठौर के साथ अपनी पिकप गाड़ी से 12 दिसंबर को चोकर लेने रनिया गया हुआ था, तभी उसको पुलिस टीम ने उठा लिया और रनिया थाने ले जाकर इस कदर पिटाई की कि उसकी मौत हो गई और दो दिन से राम राठौर भी गायब था.
13 दिसंबर की रात में शव का पोस्टमार्टम जब कानपुर में हुआ तो परिजनों का आरोप सच साबित हुआ. मृतक बलवंत सिंह के शरीर पर सिर से लेकर पैर तक 22 से ज्यादा चोट के निशान पाए गए हैं. उसके शरीर का ऐसा कोई अंग नहीं था, जहां पर चोट के निशान नहीं है. मृतक के दोनों हाथों की कलाइयों पर निशान, पैर के तलवों से लेकर घुटनों तक, कमर के नीचे और पीठ पर लाठियों के निशान मिले.
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