उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में 14 सितंबर 2022 को 2 दलित बहनों की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. बहनों की हत्या के बाद उनका शव पेड़ से लटका हुआ मिला था. वहीं इस हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार को कांग्रेस के नेताओं द्वारा आर्थिक मदद के तौर पर दी गई तीन लाख रुपए का चेक दिया गया था. वहीं कांग्रेस पार्टी द्वारा मदद में दी गई ये चेक बांउस हो गई हैं, वहीं एक अन्य स्थानीय दल के नेता द्वारा दी गई एक लाख रुपए की चेक वाले खाते में बैलेंस ही नहीं है.
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कांग्रेस पार्टी और एक अन्य राज्य स्तरीय पार्टी के नेताओं द्वारा दी गई चार लाख रुपए की चेक बाउंस होने के मामले में पीड़ित परिवार का कहना है कि राजनीतिक पार्टियां गरीबी का मजाक बनाती है और उसका फायदा उठाती हैं .
कांग्रेस पार्टी लखीमपुर के जिला अध्यक्ष प्रहलाद पटेल और यूपी कांग्रेस कमेटी के सचिव सतीश अजमानी के नेतृत्व में डेलिगेशन पीड़ित परिवार से मिलने 15 सितंबर को उनके घर गया था. तभी उन्होंने एक 2 लाख और 1 लाख की चेक सौंपी थी, जो दोनों चेक बाउंस हो गई है. मृतक बच्चियों की मां ने यूपी तक को बताया कि हमारी बेटियों के साथ बहुत बुरा हुआ. उनके साथ पहले बलात्कार हुआ और फिर जान से मारने के बाद उन्हें पेड़ पर लटका दिया गया. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि अब तक 70 बार कोर्ट के चक्कर उन्हें लगाने पड़े हैं. कोर्ट में वकील तरह-तरह के सवाल पूछते हैं. जिनका इस केस से कोई लेना-देना नहीं हैं. वहीं पीड़ित परिवार की मां ने भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमसे कुछ ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जिनको हम आपको बता भी नहीं सकते.
मृतक बेटियों की मां ने कहा कि हमे धन दौलत कुछ भी नहीं चाहिए, हमें चाहिए तो बस बेटियों के लिए न्याय और उनके साथ ऐसा करने वाले दरिंदों के फांसी की सजा.
वहीं मृतक बहनों के भाई ने बताया कि कुछ तीन चेक बाउंस हुए हैं, उनमें से दो कांग्रेस पार्टी के लोगों द्वारा दिए गए हैं. भाई ने बताया कि एकत अकांउट में पैसे नहीं हैं और एक चेक में सिग्नेचर गलत है. उन्होंने कहा कि 25 की सरकारी मदद का भी ऐलान हुआ था पर हमें अब तक कुछ भी नहीं मिला है. भाई ने आगे कहा कि हमें कुछ भी नहीं चाहिए पर उन अपराधियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. हमारी बस यही मांग है.
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