पीएम मोदी के नए किसान कानून वापस लेने की घोषणा के बाद अब किसान संगठन एमएसपी पर गारंटी के कानून की मांग को लेकर अड़ गए हैं. इसी क्रम में लखनऊ की महापंचायत में एक बार फिर किसानों का जुटान हुआ. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने इस महापंचायत को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार खासकर पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है. टिकैत ने एमएसपी पर कमेटी गठित करने वाली पीएम मोदी की बात पर भी तंज कसा है. उन्होंने पीएम मोदी को उनके मुख्यमंत्रित्व काल वाली एक कथित कमेटी की याद दिलाई है. टिकैत ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का मामला उठाकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी की मांग को दोहराया है.
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टिकैत ने सोमवार को लखनऊ महापंचायत को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा और कहा, ‘उन्होंने कानून वापस लेने की घोषणा की, लेकिन कटाक्ष के साथ में, जैसे कोई लड़ाई करके भागता है, गाली देते हुए भागता जाता है कि आइए देखूंगा, आइए देखूंगा. बात तो ठीक की कि कानून वापस ले रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी किसानों को बांटने का काम किया… हमें ‘कुछ लोग’ कहा गया. कहा गया कि हम कुछ लोगों को समझाने में नाकाम रहे, देश से माफी मांगते हैं. देश के प्रधानमंत्री को माफी मांगने की जरूरत नहीं है, माफी मांगने से किसानों को फसलों के रेट नहीं मिलेंगे, इनको रेट मिलेंगे एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने से.’
पीएम मोदी को पुरानी कमेटी की याद दिलाई
पीएम मोदी के एमएसपी पर कमेटी बनाने की बात को लेकर भी टिकैत ने निशाना साधा. राकेश टिकैत ने दावा किया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो एक कमेटी बनी थी. टिकैत ने कहा, ‘ये कहते हैं कि एमएसपी पर हमने कमेटी बनाई, ये झूठ बोलते हैं देश के सामने . 2011 में जब ये नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब एक कमेटी बनी थी, उसके ये हेड थे, कई मुख्यमंत्रियों की वो कमेटी थी. भारत सरकार ने मुख्यमंत्रियों से कहा था कि एमएसपी पर क्या करना चाहिए, वो आप बताओ. तो उन्होंने अपनी रिपोर्ट दी थी कि एमएसपी पर गारंटी कानूनी बने. वो रिपोर्ट पीएमओ में रखी हुई है आज भी. हम तो चाहते हैं कि जिस कमेटी के आप अध्यक्ष रहे, वो कमेटी बनी हुई है, अब दूसरी कमेटी बनाने की देश की जरूरत नहीं है. ना ही देश के पास में इतना टाइम है अब. आप स्पष्ट जवाब दो कि आप अपनी ही बनाई हुई एमएसपी की कमेटी के प्रस्ताव को लागू करोगे या नहीं करोगे. देश के सामने प्रधानमंत्री को स्पष्ट जवाब देना होगा.’
राकेश टिकैत के संबोधन की बड़ी बातें यहां नीचे पढ़िए…
‘इन्होंने देश की जनता के सामने झूठ बोलकर वोट लिया. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं किया.’
‘हम 7 तारीख के बाद तीन दिन लखीमपुर खीरी में रहेंगे, शहीदों के परिवारों से मिलेंगे, जो किसान हमारे जेल में गए, उनसे मिलेंगे. आप प्रशासन को कह दो कि टेनी आएगा तो गन्ना डीएम के ऑफिस में लेकर जाएंगे…मतलब उसको हीरो बनाना चाहते हो? वो हीरो बनेगा…आगरा की जेल में बनवाएंगे उसको हीरो. अगर कश्मीर के आतंकवादी आगरा की जेल में आ सकते हैं तो किसानों का हत्यारा भी आतंकवादी है, वो भी आगरा की जेल में जाएगा.’
‘उत्तर प्रदेश सरकार ध्यान रखे कि बिजली के रेट सबसे ज्यादा हैं यहां. योगी जी सबसे ज्यादा देश में रेट हैं बिजली के…गन्ने का रेट भी 25 रुपये बढ़ाया है तो नंबर तीसरे पर आते हो आप. एमएसपी पर कोई खरीद प्रदेश में नहीं है. फर्जी तरीके से सस्ते दामों पर किसानों की फसलें खरीदी जाती हैं और जो बड़ा उद्योगपति है वो महंगे दाम पर, एमएसपी पर बेचता है.’
‘ये आंदोलन जारी रहेगा. शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चलाते रहो. अगली मीटिंग जहां होगी, वहां बताते रहेंगे, 29 तारीख तक के प्रोग्राम आपके पास में हैं ही.’
‘अब धांधली होगी, अब ये सरकारी नौकरियां नहीं देंगे. पूरा देश प्राइवेट मंडी बनने जा रहा है. आपको जागना होगा.’
‘नौजवान तैयार रहें, संघर्ष जारी रहेगा अभी. हमारे मसले बहुत हैं अभी.’
‘ये आपको हिंदू-मुसलमान में उलझाएंगे, आपको उलझाएंगे सिख-हिंदू में, आपको उलझाएंगे जिन्ना में और ये देश को बेचने का काम करेंगे.’
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