उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बीजेपी विधायक ने ट्रैफिक सिपाहियों पर अवैध वसूली और शराब पीकर नशे में होने का आरोप लगाया है. वहीं, ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि जांच में अवैध वसूली की बात नहीं आई और ना ही जांच में शराब की पुष्टि हुई है.
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क्या है पूरा मामला?
मेरठ में मंगलवार रात को बेगमपुर चौराहे पर मेरठ कैंट विधायक ने तीन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को पकड़ा और उन पर शराब के नशे में ट्रक ड्राइवर से अवैध वसूली का आरोप लगाया. इसके बाद कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने मेरठ के एसपी ट्रैफिक को भी फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. बताया जा रहा है कि वहां से दो सिपाही जो सादी वर्दी में थे, वे गायब हो गए और एक सिपाही को उन्होंने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया.
वहीं, इस मामले में मेरठ के एसपी ट्रैफिक ने कहा कि जांच में पैसे के उगाही की कोई बात नहीं आई है. साथ ही उन्होंने बताया कि मेडिकल में भी शराब के सेवन की सिपाहियों द्वारा कोई बात नहीं आई है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मामला मंगलवार रात का है, जब मेरठ कैंट से भाजपा विधायक अमित अग्रवाल बेगम पुल से होते हुए अपनी गाड़ी से जा रहे थे, तभी उन्हें वहां ट्रैफिक जाम की स्थिति दिखाई दी. कैंट विधायक अमित अग्रवाल का कहना है कि जब वह गाड़ी से उतरे तो एक ट्रक वाले को तीन सिपाहियों ने घेर रखा था. तीनों ही सिपाही शराब पिए हुए थे, जिसमें से दो सिपाही वर्दी में भी नहीं थे.
विधायक अमित अग्रवाल का आरोप है कि ट्रक ड्राइवर से अवैध वसूली की जा रही थी, जिस पर कैंट विधायक खुद वहां पहुंचे और उन्होंने पुलिस वालों को पकड़ लिया. इसके बाद उन्होंने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को जमकर हड़काया.
कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने यह भी बताया कि उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मेरठ के एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव को भी दी और वहां से दो सिपाही रफू चक्कर हो गए, जबकि एक को पड़कर उन्होंने वहां पुलिस को सौंप दिया.
एसपी का क्या कहा?
वहीं, इस मामले में मेरठ के एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि तीनों सिपाहियों की जांच की गई है, लेकिन कोई भी अवैध वसूली का मामला जांच में नहीं पाया गया है और ना ही मेडिकल में शराब पीने की सिपाही द्वारा कोई पुष्टि हो पाई है. उनका कहना है कि नो एंट्री के समय ट्रक वहां आ गया था, जिसको पुलिसकर्मियों के द्वारा रोका गया था.
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