Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की जेल में हार्ट अटैक आने की वजह से मौत हो गई. एक समय था जब पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी के नाम का दबदबा हुआ करता था. 90 के दशक में पूर्वांचल में जिन माफिया डॉन और बाहुबली का उभार तेजी से हुआ था, उसमें एक नाम मुख्तार अंसारी का भी शामिल था. मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) एक ऐसा नाम है, जिसकी चर्चा होते ही बाहुबली और माफिया डॉन की छवि मन में आ जाती है. लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि वह कॉलेज के दिनों में एक अच्छा क्रिकेट खिलाड़ी हुआ करता था.
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मुख्तार के पास था इन लग्जरी गाड़ियों का कलेक्शन
मुख्तार अंसारी फिया डॉन बनने के पहले कॉलेज के दिनों में क्रिकेट का बेहतरीन खिलाड़ी होने साथ जबरदस्त निशानची था और गाड़ियों का शौकीन था. कॉलेज के दिनों में दोस्तों के बीच लंबू के नाम से मशहूर मुख्तार दोस्तों के साथ बुलेट और जीप की सवारी करते हुए मोहमदाबाद और गाजीपुर की सड़कों पर अक्सर दिख जाता था. मुख्तार जब गैंगस्टर से विधायक बना तो गाड़ियों का यह शौक उसके साथ काफिले की शक्ल में भी दिखने लगा. बदलते दौर के साथ मुख्तार के पास मारुति जिप्सी के अलावा टाटा सफारी, फोर्ड एंडेवर, पजेरो स्पोर्ट, ऑडी, BMW जैसी गाड़ियों का कलेक्शन खूब रहा.
सभी गाड़ियों का नंबर था 786
80 और 90 के दशक में जब मुख्तार के भाई अफजाल विधायक हो चुके थे, तब क्रिकेट खिलाड़ी मुख्तार अंसारी को बुलेट मोटर साइकिल, एंबेसडर कार और जीप से शिकार खेलने का शौक था. ये वो दौर था जब मार्केट में मारुति जिप्सी, मारुति कार और वैन जैसी गाड़ियों ने दस्तक दी थी, जिन्हें मुख्तार बड़े ही शौक से चलाता था. 1986 में हरिहरपुर के सच्चिदानंद राय हत्याकांड के बाद जब मुख्तार पहली बार जेल से बाहर आया तो उसके काफिले में उस वक्त की लक्जरी गाड़ियों का काफिला था. मुख्तार अंसारी के काफिले में चलने वाली सभी गाड़ियों का नंबर भी 786 ही रहता था.
माफिया डॉन मुख्तार के पास कार कलेक्शन उसके शौक की कहानी भी बयान करते हैं. मुख्तार की पत्नी अफ्शा के पास ऑडी, मार्सडिज और बीएमडब्ल्यू जैसी गाडियां थी, तो बेटों अब्बास और उमर के काफिले में टोयोटा फॉर्च्यूनर, फोर्ड इंडिवर और बीएमडब्ल्यू जैसी गाडियां आम थी.
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