लखीमपुर खीरी जिले में साल 2000 में हुए प्रभात गुप्ता हत्याकांड (Prabhat Gupta Murder Case) मामले में सुरक्षित किया गया फैसला अब टल गया है. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच अब इस मामले में अगले साल के जनवरी महीने में सुनवाई करेगी.
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दरअसल, फैसला सुरक्षित करने के बाद कुछ बिंदुओ पर स्पष्टीकरण के लिए बुधवार को दोनों पक्ष के वकीलों को तलब किया गया था. अब जनवरी के तीसरे सप्ताह में हाई कोर्ट की डबल बेंच ने फिर दोनों पक्षों के वकीलों को बुलाया है.
UP Crime News: बता दें कि प्रभात गुप्ता हत्याकांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) टेनी आरोपी हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 10 अक्तूबर को एमपी-एमएलए कोर्ट की डबल बेंच ने फैसला सुरक्षित किया था.
गौरतलब है कि 2000 में लखीमपुर खीरी जिले में प्रभात गुप्ता नामक युवक की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अजय मिश्र टेनी और अन्य अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था. हालांकि, मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने सुबूतों के अभाव में 2004 में सभी अभियुक्तों को बरी कर दिया था.
यूपी न्यूज़ टुडे: राज्य सरकार ने 2004 में ही निचली अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी. इसी तरह की एक याचिका राजीव गुप्ता नामक व्यक्ति ने भी दाखिल की थी. दोनों ही अपीलों को अदालत में सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया था. लंबी प्रक्रिया के 9 नवंबर 2022 को मामले की सुनवाई शुरू हुई थी. दोनों ही पक्षों ने अपनी अपनी अपीलों पर दलीलें दी थीं, जिन्हें सुनने के बाद अदालत ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था.
प्रभात गुप्ता हत्याकांड: 21 दिसंबर को सभी पक्षों की दलीलें सुनेगी अदालत
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