समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के अंतिम संस्कार में मंगलवार को शामिल होने पहुंचे सपा नेता आजम खान (Azam Khan) की अचानक तबीयत बिगड़ गई. तबीयत बिगड़ने के बाद आजम खान को एम्बुलेंस की मदद से डॉक्टर के पास ले जाया गया.
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बता दें कि मंगलवार को आजम खान, यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन के लिए रामपुर से सैफई पहुंचे थे.
इससे पहले जब आजम खान, मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित करने पहुंचे थे तब उस समय भी वो ठीक से खड़े नहीं हो पा रहे थे. एक तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश तो वहीं दूसरी ओर उनके बेटे अब्दुल्ला आजम उनका हाथ थाम कर उन्हें मुलायम के अंतिम दर्शन को ले गए.
आजम खान जब मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए रामपुर से सैफई पहुंचे थे, तब उस समय भी वो व्हीलचेयर पर ही बैठ कर आए थे.
मुलायम का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए उमड़े जन सैलाब के बीच उनके बड़े बेटे अखिलेश यादव ने नम आंखों से अपने पिता मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार के दौरान वहां मौजूद लोगों ने ‘नेताजी-अमर रहें’ और ‘मुलायम सिंह यादव-अमर रहें, अमर रहें” के नारे लगाए.
गौरतलब है कि मुलायम के पार्थिव शरीर को सोमवार शाम सैफई लाकर उनकी ‘कोठी’ में रखा गया, जहां हजारों लोग ‘नेता जी’ को अंतिम विदा देने पहुंचे.
आज सुबह अखिलेश यादव और परिवार के अन्य सदस्य एक रथ पर मुलायम का पार्थिव शरीर लेकर ‘कोठी’ से मेला ग्राउंड पहुंचे, जहां लोगों के अंतिम दर्शन के लिए उसे एक विशाल मंच पर रखा गया.
मंच पर अखिलेश के अलावा उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव, प्रोफेसर राम गोपाल यादव समेत परिवार के तमाम सदस्य नजर आए. परिवार के सदस्यों ने सबसे पहले पुष्प चक्र अर्पित कर नेता जी को अंतिम विदाई दी.
दोपहर करीब दो बजे अखिलेश यादव और परिवार के अन्य सदस्यों ने नेताजी की अर्थी को कांधा दिया. इसके बाद यादव के पार्थिव शरीर को विश्राम स्थल में चंदन की लकड़ी की चिता पर रखा गया और करीब चार बजे अखिलेश यादव ने उन्हें नम आंखों से मुखाग्नि दी.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
मुलायम का पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा पर निकला, रथ पर पूरा परिवार, पीछे चल रहा विशाल जनसमूह
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