जैसा वेतन, वैसी सुविधा, योगी सरकार ने दी कैशलेस इलाज की सौगात, जानिए कैसे मिलेगा लाभ

अभिषेक मिश्रा

• 06:38 AM • 08 Oct 2022

उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने राज्य सरकार कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के हितों में बड़ा कदम उठाया है. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार…

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उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने राज्य सरकार कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के हितों में बड़ा कदम उठाया है. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य सरकार के कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को उनके वेतन के हिसाब से अस्पताल में इलाज के लिए सुविधा दी जाएगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के तहत इलाज की व्यवस्था की है.

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इस योजना के तहत मरीजों के लिए जनरल वार्ड के साथ सेमी प्राइवेट और प्राइवेट वार्ड की भी व्यवस्था की गई है. इसी के साथ सरकार ने यह भी प्रावधान किया है कि कर्मचारी के वेतन के अनुसार ही उसका वार्ड सुनिश्चित किया जाएगा कि वह किस वार्ड की सुविधा ले सकता है. 

आपको बता दें कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को कई कैटेगरियां में भी बांटा गया है. इन कैटेगरियां के हिसाब से मरीजों को वार्ड की सुविधा प्रदान की जाएगी. इसके लिए योजना में 1 से 16 तक के लेवल बनाए गए हैं.  लेवल 1 से 5 तक के लिए जनरल वार्ड की सुविधा होगी तो वहीं लेवल 6 से 9 के बीच आने वाले लाभार्थियों को सेमी प्राइवेट वार्ड की सुविधा मिलेगी. इसी के साथ सरकार ने फैसला लिया है कि लेवल 10 से 16 के बीच आने वाले लाभार्थियों को प्राइवेट वार्ड की सुविधा दी जाएगी.

गौरतलब है कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना का प्रारंभ किया था. योजना के तहत राज्य सरकार के कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जाएंगे. चुनावों के समय भाजपा ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए स्वास्थ्य कार्ड बनवाने का वादा किया था. अपने इस कदम से योगी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों से किया अपना चुनावी वादा भी निभा दिया है.

कैसे मिलेगा लाभ

योजना के तहत आवेदनकर्ता को पहले अश्विन पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा. प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकारी अस्पताल में मरीज अपना इलाज करवा सकता है. सरकारी अस्पतालों में पहले से ही इस योजना के लिए फंड मौजूद होगा. इसके बाद मरीज के इलाज का खर्चा सीधे अस्पताल के खाते में ऑनलाइन जमा हो जाएगा.

यूपी सरकार का अनुमान है कि इस योजना के माध्यम से राज्य के करीब 20 लाख से अधिक राज्य सरकारी कर्मचारियों को लाभ होने वाला है. इस योजना के माध्यम से जहां सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी तो वहीं अधिकृत प्राइवेट अस्पतालों में भी 5 लाख तक का इलाज मुफ्त किया जाएगा.

आपको यह भी बता दें कि सरकार की इस योजना का लाभ सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को सारे सरकारी अस्पतालों में तो मिलेगा ही बल्कि उन प्राइवेट अस्पतालों में भी मिलेगा जिनको सरकार इस योजना के तहत अधिकृत करेगी.

इस योजना पर यूपी तक से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि हमारी सरकार की पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का मकसद ही सभी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है. इसी के साथ सरकार का मकसद उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत ना सिर्फ सरकारी अस्पतालों बल्कि प्राइवेट अस्पतालों को भी जोड़ा जाएगा जो इस कैशलेस योजना का लाभ लेने वाले मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करेंगे.

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