Uttar Pradesh Budget 2023: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए छह लाख 90 हजार 242 करोड़ रुपये का बजट पेश किया. सीएम योगी ने बजट को राज्य को 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की ‘नींव का पत्थर’ करार दिया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जनता पर कोई नया कर लगाये बगैर वित्तीय अनुशासन और प्रबंधन के बल पर बजट के आकार को बढ़ाने में सफल रही है.
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वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने बजट को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ‘दिशाहीन’ और ‘वादों का पिटारा’ करार दिया. बता दें कि प्रदेश के इतिहास के इस सबसे बड़े बजट में मूलभूत अवसंरचना विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए धनराशि प्रस्तावित की गई है.
प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में छह लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपये का बजट पेश किया. सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए छह लाख 15 हजार 518 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. इस बार बजट में 32 हजार 721 करोड़ 96 लाख रुपये की नई योजनाएं शामिल की गई हैं.
सदन में सुनाई दिया जय श्रीराम का उद्घोष
खन्ना ने बजट पेश किया तो भाजपा के सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ के उद्घोष और मेज थपथपाकर स्वागत किया. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार मुस्कराते रहे. बजट पेश करते समय खन्ना ने शेर व शायरी का इस्तेमाल किया. इस बीच हर शेर-शायरी पढ़े जाने के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य मेजें थपथपाकर तेज ध्वनि के साथ खन्ना का स्वागत करते देखे गए. हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने खन्ना के बजट भाषण के दौरान पूरी तरह शांति बनाए रखी.
काली शेरवानी में दिखा अखिलेश का अलग रूप
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव समेत सपा के कई सदस्य काली शेरवानी, काला कोट, काली अचकन और काली सदरी पहनकर आए थे. सपा ने ट्विटर हैंडल से अखिलेश यादव समेत कई सदस्यों की काली शेरवानी पहने एक तस्वीर साझा की. इसके साथ लिखा कि ‘हुजूर आप का ‘बजट’ शेरवानी में, बड़ी-बड़ी उम्मीदों की मेजबानी में.’ अखिलेश यादव ने बजट को ‘दिशाहीन और निराशाजनक’ करार दिया. उन्होंने कहा कि बजट को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि सरकार प्रदेश को 1000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बना पाएगी.
‘भाजपा सरकार का यह सातवां बजट है. जिस पार्टी की सरकार को छह साल काम करने का मौका मिला हो उसका यह बजट दिशाहीन नजर आता है. इसमें ना तो आज की समस्याओं का समाधान मिलता है और ना ही भविष्य की किसी भी फैसले को आगे ले जाने का कोई रास्ता दिखाई देता है.’- अखिलेश यादव, नेता प्रतिपक्ष.
बसपा अध्यक्ष मायावती ने बजट को ‘ऊंट के मुंह में जीरा’ करार दिया. उन्होंने इसे लोकसभा चुनाव के स्वार्थ को लेकर एक बार फिर वादों का पिटारा करार दिया. बजट पेश होने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘उप्र सरकार द्वारा सदन में आज पेश बजट जनहित व जनकल्याण का कम एवं लोकसभा चुनाव (2024 में होने वाले) स्वार्थ को लेकर पुनः वादों का पिटारा.’
RLD बोली, किसानों-जवानों के मामले को छुआ नहीं
राष्ट्रीय लोकदल के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि बजट में किसानों, जवानों के मामलों को छुआ नहीं गया. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण समाप्त हुए रोजगार का भी कोई समाधान नहीं दिखा. कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने बजट को निराशाजनक करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार पिछले बजट का ही 50 प्रतिशत खर्च नहीं कर पाई है. वहीं, राजनीतिक जानकारों ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत बजट को सभी वर्गों को साधने की पहल कहा है.
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