उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में मंगलवार को अशरफ से गैर कानूनी तरीके से मुलाकात कराने में मददगार दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बरेली की एसओजी ने बंदी एसओजी ने बंदी रक्षक शिवहरी अवस्थी के साथ कैंटीन में सामान सप्लाई करने वाले नन्हे उर्फ दयाराम को गिरफ्तार किया है. ये लोग जेल स्टाफ की मदद से अशरफ के के साले सद्दाम और उसके साथियों की बिना पर्ची के अशरफ से मुलाकात कराते थे.
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बता दें कि यूपीतक ने पहले ही बताया था कि साबरमती जेल से अतीक की मर्जी के बाद बरेली जेल में बंद अशरफ ने उमेश पाल हत्याकांड के लिए शूटर तय किए थे. इसके लिए बाकायदा बरेली जेल में अशरफ के साथ मीटिंग हो रही थी. जानकारी के मुताबिक, लंबे समय से अशरफ का साला सद्दाम बरेली के बारदारी थाना क्षेत्र के फाइक एनक्लेव में मुस्ताक के नाम पर किराए का मकान लेकर रह रहा था. एक हफ्ते में एक ही आईडी पर 6 से 7 व्यक्तियों को अशरफ से मिलवाया जाता था. उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ भी नामजद आरोपी है. मामले में बरेली के भरथरी चैनपुर थाने में जेल चौकी इंचार्ज ने एफआईआर दर्ज करवाई है.
बता दें कि इसमें अतीक अहमद के भाई अशरफ, साले सद्दाम, करीबी लल्ला गद्दी के साथ जेल सिपाही शिव हरी अवस्थी, जेल में कैंटीन सप्लायर दयाराम के साथ-साथ जेल के अधिकारी कर्मचारी और अशरफ के अन्य साथी भी आरोपी बनाए गए हैं. चौकी इंचार्ज की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में लिखा गया कि अशरफ जेल से पुलिस अधिकारी,गवाहों की हत्या की साजिश रच रहा है.
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