UP Budget 2023: उत्तर प्रदेश के विधानसभा के बजट सत्र में अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बजट सत्र पर राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर कहा कि बीजेपी सरकार ने गवर्नर का समय खराब किया. उन्होंने वित्त मंत्री के शायराने बजट भाषण पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी तुकबंदी ठीक नहीं थी. इस पर उन्होंने एक शेर सुनाकर जवाब दिया. अखिलेश ने नेता सदन योगी आदित्यनाथ पर कई व्यंग्य बाण छोड़े.
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सदन में अखिलेश यादव और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना आ गए आमने-सामने
बजट पेश होने के बाद अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि आर्थिक मोर्चे पर और कंपोजिट स्कोर के मामले में यूपी देश के फिसड्डी राज्यों में है. इस पर मंत्री सुरेश खन्ना ने रिपोर्ट की क्रेडिबिलिटी पर सवाल उठा दिया, जिसे लेकर दोनों में गर्मागर्म बहस हो गई. अखिलेश ने इसके जवाब में कह दिया कि बीजेपी की सरकार की कोई पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी नहीं है. इस बात पर अखिलेश यादव और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना आमने-सामने आ गए. जिसके बाद अखिलेश यादव ने वित्त मंत्री की क्रेडिबिलिटी पर ही सवाल उठा दिए. जिसके बाद सदन में काफी गहमागहमी का महौल हो गया.
अखिलेश यादव ने बीते दिनों नेहा सिंह राठौर को भेजे गए नोटिस पर पुलिस और सरकार पर सवाल खड़े किए. अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार किसी को अपने खिलाफ बोलते हुए स्वीकार नहीं कर सकती है. सरकार का टेंपल रन डीजीपी हो और जाति के आधार पर पोस्टिंग होती हो तो क्या उम्मीद कर सकते हैं, एक राज्य में मां-बेटी को जिंदा जला दिया जाए तो किसी लोक गयिका पर नोटिस दे देंगे… यही काम कर सकते हैं. बता दें कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है,तो उत्तरप्रदेश में क्यों नही हो सकती?
अखिलेश यादव ने कहा कि अध्यक्ष जी, हम सब जातीय जनगणना चाहते हैं,इसके बिना हमारी आबादी,हिस्सेदारी नही पता चलेगी. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि आप अगर जातीय जनगणना के खिलाफ हैं,तो आउटसोर्सिंग के खिलाफ क्यो नहीं है. बजट में आप डेटा सेंटर बना रहे हैं, तो फिर क्यों जातीय जनगणना नही होनी चाहिए.
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