Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही दावों और आंकड़ों में प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की और जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करें लेकिन वास्तव में जमीनी हकीकत कुछ और ही है. यूपी के लेखपाल साहब तो रिश्वत में बीस हजार की रकम न मिलने पर महिला फरियादी से बेहद अपत्तिजनक मांग कर दी. बता दें कि महिला भाजपा नेता है, जो बस्ती के दुबौलिया ब्लाक की मण्ड़ल उपाध्यक्ष है और उसका पति बीजेपी एससीएसटी मोर्चा का जिला मंत्री हैं. लेकिन अब यह दंपत्ति अपनी ही सरकार में अपनी जमीन पाने के राजस्व विभाग से लड़ रहे हैं. यह लड़ाई अब सिर्फ जमीन तक ही सीमित नहीं है बल्कि अब इस दम्पत्ती को अब अपनी अस्मत भी बचाने की भी जंग है.
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लेखपाल ने महिला से कर दी ये डिमांड
दरअसल, बस्ती के दुबौलिया थाना क्षेत्र के कैथोलिया गांव की रहने वाली बीजेपी की महिला नेत्री जो दुबौलिया मंडल की उपाध्यक्ष भी है. महिला नेत्री ने अपने घर के सामने की जमीन को लेकर चल रहे विवाद में एसडीएम से शिकायत की. शिकायत में उन्होंने कहा कि उनके घर के सामने की जमीन पर कुछ लोग जहरन कब्जा करना चाहते हैं. इसी बात को लेकर बीजेपी की मंडल उपाध्यक्ष मंजू देवी ने शिकायत किया तो मामला लेखपाल के पास पहुंचा. लेखपाल रामप्रीत मौर्य ने भाजपा मंडल उपाध्यक्ष मंजू देवी को हरैया तहसील में बुलाया और बीस हजार की रिश्वत मांगी. ऐसा आरोप है कि जब बीजेपी नेत्री मंजू अपनी गरीबी का हवाला देकर असमर्थता दिखाई तो लेखपाल ने उनसे एक रात साथ में सोने की ही डिमांड कर दी.
भाजपा नेता है महिला
महिला नेता ने घर जाकर इस संबंध में अपने पति को जानकारी दी, इसके बाद वह पति के साथ एसडीएम हरैया के सामने उपस्थित होकर आरोपी लेखपाल के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. इस शिकायत के आधार पर एसडीएम ने जांच कमेटी गठित करते हुए दो दिन में रिपोर्ट तलब की है. एसडीएम ने बताया कि जांच रिपोर्ट में जो भी बात सामने आएगी, उसके मुताबिक मामले में आगे की कार्रवाई होगी.
मामले पर डीएम ने दी ये जानकारी
इस मामले पर बस्ती के जिलाधिकारी गुलाबचंद्र ने बताया कि, ‘इसके बारे में मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी हुई है. जिस पर मैंने स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच टीम बनाई है और जैसे ही जांच टीम की रिपोर्ट आएगी वैसे ही लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’
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