उज्जवला गैस योजना (Ujjwala Scheme) के तहत सरकार ने होली और दिवाली पर मुफ्त गैस सिलेंडर रिफिलिंग का वादा किया था. दिवाली पर मुफ्त गैस सिलेंडर मिला कि नहीं. इस बारे में प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) का कहना है कि सरकार ने अपने वादे को निभाते हुए होली के बाद दिवाली पर मुफ्त सिलेंडर दिए हैं.
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डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि त्यौहार से पहले ही यह कार्रवाई शुरू कर दी गई थी. सरकार ने इसके लिए अपने बजट में प्रावधान किया था. सरकार के इस बयान की हकीकत जानने के लिए जब यूपी तक की टीम ने अलग-अलग जिलों में उज्जवला गैस कनेक्शन के तहत दिवाली पर मुफ्त गैस रिफिलिंग की बात की तो सच्चाई कुछ और ही निकली.
इस बारे में जब UP Tak की टीम मेरठ पहुंची और लोगों से बात किया तो पता चला कि उनका यही कहना है कि सरकार ने घोषणा तो की है, लेकिन उनको ना ही होली पर और ना ही दिवाली पर फ्री में गैस रिफीलिंग की सुविधा मिली है. बल्कि उन लोगों का यह भी कहना है कि जो सिलेंडर सरकार दे रही है वह बहुत महंगे हैं, उनका रेट कम होना चाहिए और सरकार की घोषणा के बाद भी उनको फ्री रिफीलिंग नही मिली है. उज्वला के लाभार्थियों का कहना है कि जब भी वह गैस की रिफीलिंग के लिए जाते हैं तो उनको टाल दिया जाता है. सरकार ने वादा किया है, लेकिन उसको निभाया नहीं जा रहा है.
सीएम योगी के गोद लिए गांव के लोग बोले…
जब बाबा आते हैं तभी अधिकारी आते हैं. अधिकारी बोलने देंगे तभी तो हम अपनी बात उनसे कहेंगे. हम अपने पैसे से गैस रिफिलिंग कराते हैं. चाहे होली या दिवाली फ्री गैस की सुविधा नहीं मिली. ये कहना है गोरखपुर जिले के वनटांगिया गांव के लोगों का. इस गांव को सीएम योगी ने गोद लिया है. यहां की महिलाओं से जब यूपी तक ने बात की तो गांव की एक महिला दीपमाला का कहना है कि न होली या दिवाली पर फ्री गैस नहीं मिली है. दूसरी महिला संध्या ने बताया कि अधिकारी लोग आते हैं और मुख्यमंत्री भी आते हैं, वादें करते हैं पर मिलता नहीं है. बाबा आते हैं तो अधिकारी आते हैं उसके बाद अधिकारी जाकर सो जाते हैं.
वाराणसी में भी यही हाल, सरकार की बातें लोकलुभावन
इस मामले की हकीकत जानने के लिए यूपी तक की टीम प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पीसोर गांव में पहुंची. जहां तमाम महिलाओं ने हकीकत बयां करते हुए बताया कि उन्हें गैस सिलेंडर तो मुहैया कराया गया, लेकिन त्यौहार तो दूर की बात है कभी भी फ्री गैस रिफिलिंग नहीं कराई गई. वह खुद के पैसे से गैस रिफिलिंग कराती हैं और अपना काम चलाती हैं. हाथों में उज्जवला गैस कनेक्शन का कार्ड लिए इन महिलाओं ने सरकार के दावों की हकीकत बयां की.
दिव्यांग महेश ने बताई फ्री रिफिलिंग की सच्चाई
लखनऊ के दिव्यांग महेश को उज्जवला कनेक्शन मिलने के बाद आज तक किसी भी प्रकार का कोई सिलेंडर फ्री नहीं मिला है. गांव के ही रहने वाले रहीम ने कहा सरकार ने चुनाव में वादा किया था पर सत्ता में आने के बाद आज तक सिलेंडर नहीं दिया. अब आप बताइए कि वादा किया उसके बावजूद भी पूरा नहीं करें तो हम अब अगली बार क्यों वोट देंगे?
गोरखपुर से गजेंद्र त्रिपाठी, मेरठ से उस्मान चौधरी, वाराणसी से ब्रजेश कुमार और लखनऊ से आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट.
महंगे सिलेंडर के कारण चूल्हे पर लौटीं महिलाएं! उत्तर प्रदेश में देखिए उज्जवला योजना का हाल
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