Noida Weather News: दिवाली आने से पहले एक बार फिर उत्तर प्रदेश की हवा में प्रदूषण ने सेंधमारी कर दी है. नोएडा, कानपुर, गाजियाबाद समेत अन्य शहरों में आलम ऐसा है कि लोग घर से बाहर निकलने में बच रहे हैं. दरअसल, गुरूवार की तरह आज यानी शुक्रवार को भी स्मॉग की चादर ने पूरे वातावरण को ढक दिया, जिसकी वजह से AQI बेहद ही खराब श्रेणी में चला गया है. वातावरण में प्रदूषण फैलने की वजह से बुजुर्गों को दिक्कत हो रही है. ऐसे में प्रदेश के लोगों ने सरकार से प्रदूषण से निपटने की अपील की है. वहीं, अगर आप नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, आगरा, बरेली और प्रयागराज जिले से संबंध रखते हैं और घर से बाहर निकलने की योजना बना रहे हैं तो पहले अपने शहर के AQI की हालत जान लीजिए.
ADVERTISEMENT
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार शुक्रवार को,
- नोएडा का AQI- 487 (Severe)
- कानपुर (नेहरू नगर) का AQI- 215 (Poor)
- गाजियाबाद (लोनी) का AQI- 491 (Severe)
- लखनऊ (गोमती नगर) का AQI- 126 (Moderate)
- वाराणसी का AQI- 60 (Satisfactory)
- मुजफ्फरनगर का AQI- 219 (Poor)
- आगरा का AQI- 110-130 (Moderate)
- बरेली का AQI- 110 (Moderate)
- प्रयागराज का AQI- 219 (Poor) रहा.
क्या कहा लोगों ने?
हवा में प्रदूषण के घुल जाने के बाद हमने लोगों से बातचीत की. नोएडा और गाजियाबाद के अधिकांश लोगों का कहना है कि उनके इलाके में हालात अच्छे नहीं हैं और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गाजियाबाद के रहने वाले आयुष्मान पांडेय नामक युवक ने यूपी तक को बताया, “मैं MBA का स्टूडेंट हूं. कॉलेज जाने में इन दिनों बहुत दिक्कत हो रही है…यहां पॉल्यूशन बहुत है. मेरी गाजियाबाद के एडमिनिस्ट्रेशन से अपील है कि वो पॉल्यूशन से निपटने के लिए जल्द से जल्द सख्त कदम अपनाएं.”
वहीं, ग्रेटर नोएडा के रहने वाले आशुतोष यादव नामक युवक ने हमें बताया, “मैं फुटबॉलर हूं. प्रदूषण होने की वजह से प्रैक्टिस करने में दिक्कत हो रही है. एक हफ्ते बाद हमारा एक जरूरी टूर्नामेंट है. अगर हालात ऐसे ही रहे तो हमारी प्रैक्टिस अच्छे से नहीं हो पाएगी. मेरी अपील है कि सरकार लोगों की मदद करे.”
ADVERTISEMENT