पति से लड़ा तलाक का केस, बेटी को भी संभाला, हापुड़ की शिवांगी ने UPSC में यूं गाड़ा झंडा

देवेंद्र शर्मा

• 09:17 AM • 31 May 2022

यूपीएससी की तरफ से सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा 2021 के फाइनल रिजल्ट घोषित किए गए. इसमें यूपी के हापुड़ की रहने वाली शिवांगी गोयल…

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यूपीएससी की तरफ से सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा 2021 के फाइनल रिजल्ट घोषित किए गए. इसमें यूपी के हापुड़ की रहने वाली शिवांगी गोयल ने 177वीं रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त की है. इस सफलता के बाद शिवांगी के घर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा है.

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शिवांगी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपनी 7 वर्षीय बेटी रैना अग्रवाल को देती हैं. शिवांगी गोयल हापुड़ के कस्बा पिलखुवा के बस स्टॉप की रहने वाली हैं. उनके पिता राजेश गोयल व्यापारी हैं और उनकी माता ग्रहणी हैं.

शिवांगी ने कहा, “जब मैं पढ़ती थी तो मेरी प्रिंसिपल ने कहा कि तुम अच्छे से तैयारी करो और आईएएस अधिकारी बनो, लेकिन उसके बाद मेरा एडमिशन दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में हो गया था. मैंने दो बार आईएएस का एग्जाम दिया, जिसमें मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ था.”

उन्होंने आगे कहा,

“आईएएस के एग्जाम में सिलेक्शन नहीं होने के बाद मेरा विवाह हो गया. उसके बाद मेरे ससुराल में मेरा बहुत उत्पीड़न होने लगा, मेरे साथ डोमेस्टिक वॉयलेंस होने लगा. फिर मेरे पापा-मम्मी मुझे अपने घर पर वापस ले आए. फिर मैंने पति से तलाक ले लिया.”

शिवांगी गोयल

शिवांगी के मुताबिक, साल 2019 में मेरे पापा ने कहा कि बेटी अब जो तुम करना चाहती हो कर लो. इसके बाद एक बार फिर से आईएएस अधिकारी बनने की मेरी इच्छा हुई और मैंने दिन-रात मेहनत करके 2019 में एग्जाम दिया, जिसमें मैं सफल नहीं हो पाई. अब तीसरे प्रयास में मेरा आईएएस हुआ है, जिसमें मेरी 177वीं रैंक है.

उन्होंने कहा, “मैंने सेल्फ स्टडी की है और मेरा विषय समाजशास्त्र रहा है. अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देना चाहती हूं और विशेषकर अपनी बेटी को भी देना चाहती हूं जिसने मुझे आईएएस बनने में पूरा सहयोग दिया है.”

शिवांगी ने कहा, “मैं समाज में विवाहित महिलाओं को एक प्रेरणा देना चाहती हूं कि अगर उनके साथ ससुराल में कुछ गलत हो रहा है तो वह अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं. वे चाहें तो पढ़-लिखकर आईएएस अधिकारी बन सकती हैं.”

शिवांगी गोयल के यूपीएससी में 177वीं रैंक हासिल करने से जिले के लोगों में भी खुशी का माहौल है. वे इसे अपने जिले के लिए गौरव की बात बता रहे हैं.

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