IAS Divya Mittal News: देवरिया जिले में जिलाधिकारी पद पर तैनात IAS दिव्या मित्तल अपने तेज तर्रार रूप के लिए जानी जाती हैं. आपको बता दें कि IAS दिव्या मित्तल का फिर एक बार सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो दिव्या मित्तल बरहज तहसील के SDM अंगद यादव को सख्त हिदायत देते हुए ग्राम प्रधान व अन्य फरियादियों के साथ तमीज से बात करने की हिदायत दे रही हैं. इस वीडियो के सामने के आने के बाद से लोग दिव्या मित्तल के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं. खबर में आगे विस्तार से IAS दिव्या मित्तल के बारे में जानिए.
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कौन हैं IAS दिव्या मित्तल?
दिव्या मित्तल उत्तर प्रदेश कैडर की 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वह मिर्जापुर के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात होने से पहले संत कबीर नगर जिले के डीएम के रूप में कार्यरत थीं. अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने बरेली विकास प्राधिकरण के वीसी के रूप में काम किया. इसके साथ ही वह संयुक्त एमडी, यूपीएसआईडीए, सीडीओ गोंडा और एसडीएम मवाना और सिधौली (सीतापुर) रह चुकी हैं. नीति आयोग में सहायक सचिव के रूप में उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं.
LBSNAA में दिव्या को मिला था अशोक बंबावले पुरस्कार
LBSNAA (मसूरी) में आईएएस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें 2 साल के पूरे प्रशिक्षण घटक में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बैच में एक आईएएस परिवीक्षार्थी को दिए जाने वाले अशोक बंबावले पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. सिविल सेवा में शामिल होने से पहले उन्होंने लंदन में एक विदेशी डेरिवेटिव व्यापारी के रूप में काम किया है. दिव्या ने आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए जबकि और आईआईटी दिल्ली से बीटेक किया है.
दिव्या के पति भी हैं IAS
2011 बेच IAS गगनदीप सिंह दिव्या मित्तल के पति हैं. गगनदीप और दिव्या ने शादी के बाद साथ में नौकरी जॉइन की. मगर मन नहीं लगा. इसके बाद वह नौकरी छोड़कर वापस भारत आ गए. इसके बाद दोनों ने दिल्ली आकर IAS की तैयारी करनी शुरू कर दी. गगनदीप ने 2011 में जबकि दिव्या ने 2013 में UPSC क्वॉलिफाई किया.
दिव्या मित्तल उत्तर प्रदेश कैडर की 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वह मिर्जापुर के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात होने से पहले संत कबीर नगर जिले के डीएम के रूप में कार्यरत थीं. अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने बरेली विकास प्राधिकरण के वीसी के रूप में काम किया. इसके साथ ही वह संयुक्त एमडी, यूपीएसआईडीए, सीडीओ गोंडा और एसडीएम मवाना और सिधौली (सीतापुर) रह चुकी हैं. नीति आयोग में सहायक सचिव के रूप में उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं.
27 अगस्त को डीएम दिव्या मित्तल ने तहसील बरहज के अंतर्गत अस्थायी जलभराव प्रभावित गांव भदिला प्रथम का निरीक्षण किया एवं चौपाल के माध्यम से लोगों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान ग्रामीण अपनी व गांव की समस्याओं को बता रहे थे. वहीं, डीएम दिव्या मित्तल एसडीएम को इन समस्याओं को सुनने व जल्द निस्तारण करने के निर्देश दे रही थीं. इसी दौरान डीएम के बगल में बैठी महिला ग्राम प्रधान विंध्यवासिनी देवी ने शिकायत की उनकी समस्याओं को ठीक से सुना नहीं जाता है. उनके पति जो प्रतिनिधि हैं, जब वो तहसील या ब्लॉक समस्या लेकर जाते हैं तो उन्हें टरका दिया जाता है. कभी इस ऑफिस तो कभी उस ऑफिस.
महिला प्रधान की बात सुनते ही एसडीएम अंगद यादव इसका विरोध करने लगे, जिसपर डीएम ने एसडीएम को बीच में ही रोकते हुए कहा तमीज से बात रखिए और कोई भी जाए, एक ग्रामीण भी जाए तो उसकी समस्या या गांव की समस्या को सुना जाए. अपने अधिकारियों को थोड़ा टाइट करिए.
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