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बुढ़े बुजुर्ग बहुत पहले ही कह गए थे, अब्दुल्ला की शादी में बेगाना दीवाना. लेकिन गुरु यहां अब्दुल्ला आज़म की जेल में सपाई बेगाने हो गए. मतलब ये भी कोई बात हुए, जेल के बाहर सपाई अब्दुल्ला आज़म से मिलने के लिए मरे जा रहे हैं. एक ओर अब्दुल्ला आज़म है भाव हीं नहीं दे रहे हैं
The elders had said long ago that there will be no stranger in Abdullah’s marriage. But Guru became a SP stranger in Abdullah Azam’s jail. Meaning, no matter what, the SP outside the jail is dying to meet Abdullah Azam. On one hand there is Abdullah Azam, he is not giving any sentiments.
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