पिछले दिनों यूपी के अमेठी जिले के रहने वाले आरिफ और सारस की दोस्ती चर्चा में रही थी. दोनों की दोस्ती सुर्खियों में आने के बाद वन विभाग ने आरिफ से सारस को लेकर उसे कानपुर चिड़ियाघर में शिफ्ट कर दिया था.मंगलवार को एक बार फिर अमेठी से कानपुर चिड़ियाघर में बंद सारस से मिलने आरिफ पहुंचा. सारस का क्वारंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद आरिफ को चिड़ियाघर के अंदर जाने की अनुमति दी गई.
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चिड़ियाघर के अस्पताल विंग में सारस को एक बाड़े के अंदर रखा गया है. ऐसे में बकायदा पूरे प्रोटोकॉल के तहत चेहरे पर मास्क, हाथों में ग्लव्स और बालों में कैप पहनाने के बाद आरिफ को सारस के पास ले जाया गया. जैसे ही सारस ने आरिफ को देखा वह अपनी गर्दन को हिलाते हुए, चोंच निकालते हुए अपने पंख फड़फड़ाने लगा और बेचैन होकर इधर-उधर जाने लगा…यह नजारा देखकर ऐसा लगा कि सारस, आरिफ से मिलने की खुशी जाहिर कर रहा हो. जब आरिफ ने सारस को उड़ने के लिए कहा था वह बाड़े के अंदर ही उड़ने भी लगा..
Recently, the friendship between Arif and Saras, a resident of Amethi district of UP, was in discussion. After the friendship of the two came into limelight, the forest department took the stork from Arif and shifted it to the Kanpur zoo. On Tuesday, once again Arif reached Kanpur zoo from Amethi to meet the caged stork. Arif was allowed inside the zoo after the quarantine period of the stork was over.
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