ये पहली ईद है जो अतीक के बेटे अली, उमर और बाकी दो नाबालिग बेटे अपने पिता के बगैर जेल में बंद हैं. पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की हत्या के बाद अलग-अलग जेलों में अतीक के बेटे ईद के दिन अकेले हैं. एक तरफ अतीक-अशरफ हत्याकांड में पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. तो वहीं अब ईद के मौके पर मुस्लिम लोग अतीक अहमद को बड़ी बात कह रहे हैं. लखीमपुर खीरी में ईद की नमाज के बाद अपनों को याद करने लोग कब्रिस्तान पहुंचे. और इस दौरान फैसज ने अतीक अहमद को लेकर बड़ी बात कह दी. फैसज ने कहा- “पाप की डाली सदा फ़लती नहीं, नाव कागज की ज्यादा दूर चलती नहीं”
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atiq shooters police remand
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