ADVERTISEMENT
आज भी आज़म साहब के तेवर वहीं हैं। तल्ख टिप्पणी, सीधे सीधे जवाब और अपनी बातों से सीधे सामने वाले को चारों खाने चित करने की काबिलियत। आजम खान से जब इनके इस मिशन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने जाने पहचाने अंदाज में जवाब दिया कि रामपुर को लोग पहले चाकू की वजह से जाना जाता था, हमने हाथों को कलम थमाई। जो लोग वापिस नवयुवकों के हाथ में चाकू थमाना चाहते हैं, आने वाले वक्त में उनकी कब्र खुदेगी।
Even today Azam Sahib’s attitude is the same. Strong remarks, direct answers and the ability to make the person in front of you upset with your words. When Azam Khan was asked about his mission, he replied in his familiar style that people of Rampur were earlier known for the knife, we handed over the pen. Those who want to put knives in the hands of the youth, their graves will be dug in the coming times.
ADVERTISEMENT