उत्तर प्रदेश की सरकार भले ही सड़कों का जाल बिछाने और उसकी मरम्मत के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन योगी सरकार की गुणवत्तापूर्ण सड़क को उनके ही नायाब इंजीनियर और काबिल ठेकेदार पलीता लगा रहे हैं.
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आलम यह है कि योगी सरकार भले ही सड़कों को सुधारने के लिए करोड़ों रुपये का सरकारी बजट लोक निर्माण विभाग को भेज रही हो, लेकिन बस्ती में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व उनके काबिल इंजीनियर उन सरकारी रुपयों को मिट्टी में मिला रहे हैं.
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बस्ती में एक ऐसी सड़क बनाई जा रही है जो मरम्मत और गड्ढा मुक्ति के नाम पर सड़क में मिट्टी और मिट्टी मिलाकर उसे गड्ढा मुक्त करके कोरम पूरा किया जा रहा है.
हैरानी की बात यह है कि इस सड़क को वहां के स्थानीय और ग्रामीण देखकर हैरान हो गए हैं और सोच रहे हैं कि योगी के ये काबिल इंजीनियर ये कौन सी टेक्नोलॉजी लाए हैं, जिसमें सड़क में मिट्टी का प्रयोग करके उनके सड़क को विश्वस्तरीय सड़क के बराबर बना रहे हैं.
दरअसल, बस्ती जिले में दुबौला से पचपेड़वा मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से सरकार ने उसको चुस्त-दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. अधिकारी भी तल्लीनता से सड़क को चमकाने-धमकाने में लग गए. लेकिन हैरानी की बात यह है कि बस्ती के प्रांतीय लोक निर्माण विभाग के काबिल इंजीनियर इस सड़क को गड्ढा मुक्त करने के चक्कर में पूरी सड़क को मिट्टी में मिला दिए. मतलब कि इस सड़क को गड्ढे के जगह पर मिट्टी और गिट्टी डालकर उसे गड्ढा मुक्त कर अपने-अपने घर चलते बने.
मगर अपने इस नायाब सड़क को बनते देख ग्रामीण अवाक रह गए और सड़क पर मिट्टी और गिट्टी के नए प्रयोग को सोशल मीडिया पर डाल दिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर देखते ही देखते वायरल हो गया. इस घटिया सड़क की शिकायत क्षेत्र के एक जागरूक नागरिक ने बस्ती के डीएम से लेकर प्रदेश के सीएम तक कर डाली, जिसके बाद अब लोक निर्माण विभाग में इस सड़क को लेकर हड़कंप मच गया है.
आनन-फानन में इस सड़क पर विभागीय जिम्मेदार मौके पर पहुंचे और सड़क का मुआयना किया और सड़क को दुरुस्त करने के लिए ठेकेदार को निर्देशित भी कर दिया. अब कहा जा रहा है कि जेई मौके पर मौजूद नहीं था, इसलिए ठेकेदार ने काम इधर-उधर कर दिया है. सड़क ठीक होने के बाद संबंधित पर कार्रवाई भी की जाएगी.
प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केशव लाल ने बताया कि मामले में जांच करवाई जाएगी.
अब देखने वाली बात यह होगी कि इस सड़क में जो घटिया सामान का इस्तेमाल किया जा रहा था. उसके लिए विभागीय अफसरों और ठेकेदार पर क्या कार्रवाई होगी.
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