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ज्ञानवापी केस को लेकर लगातार बहस जारी है..मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वो एक मस्जिद है तो वहीं हिंदू पक्ष का कहना है जांच होनी चाहिए क्योंकि वहां शिवलिंग जैसी आकृति है और तमाम अहम सुबूत भी मिले हैं जो इस ओर इशारा करते हैं कि वहां एक समय पहले मंदिर हुआ करता था..केस भी चल रहा है और अभी हाल फिलहाल में ही एएसाई सर्वे को लेकर भी खूब बहस देखने को मिली..इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बड़ा बयान दिया है..एएनआई से बातचीत के दौरान जब सीएम योगी से सवाल पूछा गया कि ज्ञानवापी का सॉल्यूशन क्या है तो सीएम योगी ने सीधे तौर पर कहा कि अगर हम उसको मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा..वहां त्रिशूल किसने रखे हमने तो नहीं रखे..वहां की दीवारें चीख-चीखकर सच बयान कर रही हैं..सीएम योगी ने इसे ऐतिहासिक गलती बताते हुए मुस्लिम पक्ष से एक अपील भी की.. सुनिए आप भी..
There is a continuous debate about the Gyanvapi case.. The Muslim side says that it is a mosque, while the Hindu side says that there should be an investigation because there is a Shivling-like shape and all the important evidences have been found which indicate that There used to be a temple there a long time ago..The case is also going on and recently there was a lot of debate regarding the ASI survey..Meanwhile Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath has given a big statement regarding Gyanvapi Masjid. ..During a conversation with ANI, when CM Yogi was asked the question that what is the solution for Gyanvapi, CM Yogi directly said that if we call it a mosque, then there will be a dispute..Who kept the trishul there, we did not keep it.. The walls there are shouting and telling the truth.. CM Yogi also made an appeal to the Muslim side calling it a historical mistake.. Listen you too..
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