उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर युवाओं के रोजगार का मुद्दा चर्चा में है. जहां एक तरफ प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार रोजगार के मुद्दे पर बड़े-बड़े दावे कर रही है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष उसे इस मुद्दे पर घेरने में लगा है.
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इस बीच, यूपी तक की टीम इटावा जिले पहुंची और वहां हमने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले कई युवाओं से रोजगार के मुद्दे पर बातचीत की.
इस दौरान रेलवे परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी मनमोहन सिंह ने कहा कि रेलवे ग्रुप डी की वैकेंसी लगभग दो साल पहले आई थी, लेकिन अभी तक उस भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित नहीं की गई. उन्होंने बताया कि वह रेलवे ग्रुप डी परीक्षा की पिछले 6 महीने से तैयारी कर रहे हैं. मनमोहन के मुताबिक, वह परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत मुश्किल से पैसों का इंतजाम कर पाते हैं.
सुपर टीईटी परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी उपेंद्र यादव ने कहा, “सरकार ने 17000 पदों पर शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है, लेकिन हम लोगों की 97000 पदों पर भर्ती निकालने की मांग है, ताकि 21 लाख बेरोजगार लोग परीक्षा दे सकें.”
वहीं शिक्षक अभ्यर्थी नितिन कुमार ने कहा, “अभी सरकार ने 17 हजार वैकेंसी की घोषणा की है, लेकिन इतनी कम वैकेंसी में इतने सारे अभ्यर्थियों को नौकरी दे पाना मुश्किल है, इसलिए सरकार को सीटों की संख्या बढ़ानी चाहिए.”
इसके अलावा अन्य अभ्यर्थियों ने भी अपनी-अपनी राय रखी, जिसे आप ऊपर दिए गए वीडियो में देख सकते हैं.
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