उत्तर प्रदेश स्थित अलीगढ़ के जहरीली शराब कांड मामले में जेल भेजी गईं मुख्य आरोपियों में शामिल ऋषि शर्मा की पत्नी और पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेनू शर्मा की शुक्रवार रात मौत हो गई. बीमारी के चलते उन्हें हालत बिगड़ने पर जेएन मेडिकल कॉलेज लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया. बता दें कि मृतका के परिजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है. पूर्व ब्लॉक प्रमुख की मौत की जांच के लिए परिजन और उनके समर्थक धरने पर बैठे हैं.
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आपको बता दें कि लोधा के करसुआ गांव और जवां के छेरत में 28 मई, 2021 की सुबह जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ था. इन्हीं मामलों में दर्ज मुकदमों में आरोपी शराब माफिया ऋषि शर्मा की पत्नी को एक मुकदमे में आरोपी बनाया गया था. घटना के कुछ दिन बाद ही रेनू शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. मिली जानकारी के अनुसार, उस वक्त वह गंभीर बीमारी से पीड़ित थीं.
मृतका के बेटे विनय के अनुसार,
“मां की हालत ज्यादा बिगड़ने पर तमाम प्रयास के बाद उन्हें 9 नवंबर को जेएन मेडिकल कॉलेज दाखिल किया गया था. दो दिसंबर को जेएन मेडिकल कॉलेज से छुट्टी कराकर जेल ले जाया गया. तीन दिसंबर की देर रात उन्हें जेल से फिर जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया.”
विनय, रेनू शर्मा के बेटे
मृतका के बेटे विनय का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने उन्हें जानकारी दी है कि उन्हें मृत अवस्था में ही लाया गया है. उन्होंने बताया कि उनकी मां के मुंह से झाग निकल रहा था और उन्हें मारने की साजिश रची गई है.
विनय के अनुसार, उनकी मां की जमानत मंजूर हो गई थी. शुक्रवार को रिहाई होना तय था, मगर एक जमानती का पुलिस ने सत्यापन एक पुराने मुकदमे के चलते नहीं किया. इसके चलते जमानती बदला गया और अब शनिवार को रिहाई हो सकती थी. बता दें कि इस मामले में परिवार की ओर से हंगामा किया गया. वहीं, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया है.
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