राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस और क्राईम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो व्यापारियों को नोटों की जगह कागज की गड्डी देकर ठग लिया करते थे. इन ठगों का सरगना खुद को सेना का ब्रिगेडियर बताता था और साथियों को सेना का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी. आरोपियों के पास से पुलिस ने पांच सौ और पचास के नोट लगी कई गड्डियां और सेना की वर्दी सहित पिस्टल और नगद 9500 रुपए बरामद किया है.
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राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस और क्राईम ब्रांच ने ठगी करने वाले गिरोह के तीन ऐसे सदस्यों को धर दबोचा जो व्यापारियों को असली नोट की जगह कागज के बंडल देकर ठग लिया करते थे.
पुलिस के मुताबिक इनमें से ठगों का सरगना रवि कुमार खुद को ब्रिगेडियर और बाकी दोनों ठगों शिवपूजन और संदीप को सेना का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बताता था. गिरोह के सदस्य पहले किसी व्यापारी के पास जाते और सौ-सौ के नोटों के बदले पांच सौ के नोटों की गड्डी मांगते. नोट देने के लिए जब व्यापारी तैयार हो जाता तो उसे ऐसे नोट के बंडल देते, जिसमें ऊपर और नीचे कुछ नोट तो असली होते लेकिन बाकी नोटों के आकार के सफाई से काट कर तैयार किए हुए कागज के टुकड़े. जब तक व्यक्ति को ठगे जाने का अहसास होता तब तक तीनो फरार हो जाते थे.
पुलिस ने बताया कि गिरोह ने 2022 में मुंबई के एक व्यक्ति से 20 लाख, सोनभद्र के दो अलग- अलग व्यक्तियों से 2 लाख और तीस हज़र रुपए की ठगी कर चुके हैं. पुलिस ने इनके पास से ऊपर-नीचे लगे पांच सौ और पचास रुपए के नोट लगे कई नकली कागज के बंडल बरामद करने के साथ ही पिस्टल, सेना की वर्दी और 9500 रुपए नगद बरामद किया है.
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