गुरुवार को यूपी की सियासत में उस वक्त खलबली मच गई जब AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर बताया कि उनकी गाड़ी पर गोलियां चलाई गई हैं. असल में छिजारसी टोल पर ओवैसी पर हमले की कोशिश हुई और दावे के मुताबिक 4 राउंड फायर हुए. इस मामले के दो आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में हैं. अब इन आरोपियों को लेकर अहम जानकारी सामने आई है.
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बताया जा रहा है कि सचिन नाम के आरोपी ने गोली चलाई थी और वह ओवैसी की लगभग हर स्पीच को फॉलो करता था. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दोनों आरोपी ओवैसी की मेरठ की सभा में भी मौजूद थे. पुलिस ने कहा है कि मेरठ में सभा स्थल के आस पास के सीसीटीवी खंगाले जाएंगे.
कई दिनों से कर रहे थे ओवैसी का पीछा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपी पिछले कई दिनों से ओवैसी का पीछा कर रहे थे. दोनों उनकी सभाओं में मौजूद रहते थे शायद हमले की ताक में रहते थे लेकिन मौका नहीं मिल रहा था. इस वारदात को अचानक नहीं बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया है. दोनों आरोपी पहले मेरठ गए और उसके बाद वापस आते समय ओवैसी का काफिला जब टोल पर रुकता है, तो मौका देख फायरिंग कर देते हैं.
ओवैसी और उनके भाई की स्पीच से नाराजगी?
आरोपी सचिन ने बताया की bu ओवैसी और उसके भाई की स्पीच से बेहद नाराज था. दोनों आरोपियों को लगता है कि ओवैसी और उनके भाई उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कुछ दिन पहले ही सचिन ने हथियार खरीदा था, पुलिस हथियार खरीदने वाले की गिरफ्तारी की कोशिश में है. दोनों आरोपियों से पूछताछ करने वाले अधिकारी ने बताया की दोनों वैचारिक तौर पर बेहद कट्टर हैं, सनकी भी कह सकते हैं.
प्लान ये भी था दोनों आरोपी फायरिंग करने के बाद भीड़ से बचने के लिए सीधा पुलिस स्टेशन चले जाएंगे. दोनों आरोपियों के पास कंट्री मेड पिस्टल थी. पुलिस ने दोनों पिस्टल बरामद कर ली है.
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