आजमगढ़ के सिधारी थाना अंतर्गत इटौरा में स्थित मंडली जिला कारागार में एक ऐसा मामला सुर्खियों में बना है जहां वर्षों से पुलिस और जेल प्रशासन की आंख में धूल झोंक कर जेल में बंद विचाराधीन कैदियों को गांजे की सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही थी.
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बताया गया कि जेल में बंद कैदियों को उनकी डिमांड के अनुसार मुंह मांगे दाम पर गांजे की सप्लाई की जाती थी. गांजे की डिमांड को जिले की ही 4 महिलाएं पूरी करती थीं. ये 4 महिलाएं पुलिस के हत्थे चढ़ी हैं, जो बुर्के (नकाब) की आड़ में कैदियों से मिलने के बहाने उन्हें गांजे की सप्लाई किया करती थीं.
पूछताछ के दौरान भी इन महिलाओं ने पुलिस को बताया कि जेल में मुलाकात के दौरान उनसे गांजे की डिमांड कैदियों द्वारा की जाती थी, जिन्हें हम कपड़े में छुपा कर उन कैदियों तक पहुंचाते थे और उनसे पैसे मिल जाते थे. इस बार भी ऐसा ही हुआ. गांजे की सप्लाई करने के लिए महिलाएं मंडली जिला कारागार में पहुंची थीं, लेकिन पुलिस को मिली सूचना और गांजे की सप्लाई की सूचना पर स्थानीय पुलिस चौकन्ना नजर रखी थी.
जब इन महिलाओं को संदेह की दृष्टि से देखा गया और इनकी महिला पुलिस द्वारा गहनता से जांच की गई तो पता चला कि उन्होंने अपने बुर्के और कपड़े में छुपा कर गांजा रखा हुआ था. इन चारों महिलाओं से लगभग 4 किलो से ऊपर के गांजे की खेप बरामद की गई है.
इन सभी महिलाओं का पुलिस ने खुलासा भी किया है, जिसमें शबाना, शबनम, शहनाज और मदीना नाम की महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही जेल में निरुद्ध कैदी अरमान और इस्माइल को भी इस मुकदमे में आरोपी बनाया गया है, जो गांजे की सप्लाई लेता थे.
इस पूरे प्रकरण पर एसपी सिटी आजमगढ़ ने खुलासा करते हुए बताया कि आज 4 महिलाओं की गिरफ्तारी जिला कारागार के बाहर से की गई है और इनसे 4 किलो गांजा बरामद हुआ है. पुलिस को 4 महिलाओं की गतिविधि संदिग्ध लगी, जिसमें महिला कॉन्स्टेबल को बुलाया गया और उनसे महिलाओं की तलाशी ली गई, जिसमें यह संज्ञान में आया कि ये महिलाएं 4 किलो गांजा लेकर आई थीं और इनको दो व्यक्ति जिनका नाम अरमान और इस्माइल है, उन्हें जेल के अंदर सप्लाई करना था.
उन्होंने आगे बताया कि इन चारों महिलाओं के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.
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