UP News: यूपी कोऑपरेटिव बैंक में हुए 146 करोड़ के फंड ट्रांसफर के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार होने वालों आरोपियों में एक यूपी कोऑपरेटिव बैंक का रिटायर्ड मैनेजर आरएस दुबे और वहीं दूसरा शख्स सुख सागर चौहान है.
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क्या है मामला?
बीते शनिवार को हजरतगंज के यूपी कोऑपरेटिव बैंक के खातों से अचानक 146 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर हुआ था. 74 करोड़ रुपये आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक के 8 खाते में ट्रांसफर किए गए. वहीं, 72 करोड रुपये ट्रांसफर तो हुए लेकिन बैंक खातों को सीज कर दिया. कॉपरेटिव बैंक के सीसीटीवी के आधार पर लखनऊ साइबर क्राइम टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक आरोपी करीब 3 साल पहले कोऑपरेटिव बैंक से ही रिटायर्ड मैनेजर आरएस दुबे है.
सीसीटीवी फुटेज में आरएस दुबे एक अन्य युवक के साथ बैंक के अंदर सुबह के समय कंप्यूटर में छेड़छाड़ करता नजर आ रहा है. दूसरा आरोपी सुख सागर चौहान है, जिसके बैंक खातों में कोऑपरेटिव बैंक की रकम ट्रांसफर की गई थी.
इस पूरे केस को देख रहे डीआईजी त्रिवेणी सिंह की मानें तो ये दोनों आरोपी इस पूरी घटना में शामिल थे लेकिन उनके पीछे 2 अन्य लोग भी हैं, जिनके इशारे पर इतना बड़े फंड ट्रांसफर की प्लानिंग रची गई थी. आरएस दुबे के साथ मौजूद सीसीटीवी में दूसरे शख्स की पहचान कर ली गई है. साइबर क्राइम टीमें गिरफ्तारी के लिए रवाना है. फरार अन्य 2 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद साफ होगा कोऑपरेटिव बैंक से फंड ट्रांसफर के बाद की क्या प्लानिंग थी.
इतना जरूर है कोऑपरेटिव बैंक से जिन बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए वह गिरफ्तार सुख सागर चौहान की फर्म भूमि सागर कंस्ट्रक्शन और सागर सोलर प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर थे. अब तक की पूछताछ में जानकारी मिली है सुख सागर चौहान और उसके भाई की इन फर्मों पर करोड़ों के लोन है जो डिफॉल्टर घोषित किए गए हैं.
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