गाजियाबाद: KN Modi फाउंडेशन पर साइबर हमला, हैकरों ने मांगी वो रकम कि जीरो गिनते रह जाएंगे

मयंक गौड़

• 10:57 AM • 07 Sep 2022

Ghaziabad News: गाजियाबाद के मोदीनगर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां मोदीनगर के कई बड़े शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली संस्था…

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Ghaziabad News: गाजियाबाद के मोदीनगर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां मोदीनगर के कई बड़े शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली संस्था डॉ.केएन मोदी फांउडेशन पर साइबर हमला किया गया है. साइबर हमला करने वाले हैकरों ने संस्थान के छह से अधिक शिक्षण संस्थानों का डेटा हैक कर लिया है. बदमाशों ने डेटा के बदले 5 मिलियन डॉलर की मांग की है और सीधा लेनदेन करने पर क्रिप्टो करेंसी में 1 मिलियन डॉलर में मामला निपटाने का भरोसा दिया है. वहीं, रकम नहीं देने पर भविष्य में भी ऐसे हमले जारी रखने की धमकी दी है. फिलहाल आईटी विशेषज्ञों की टीम डेटा रिकवर करने में लगी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर आईटी एक्ट सहित अन्य धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली है.

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मोदीनगर की डॉ.केदारनाथ मोदी फाउंडेशन करीब 12 ‌शिक्षण संस्थानों को संचालन करती है. इनमें कई उच्च ‌‌शिक्षण संस्थान भी शामिल है. फाउंडेशन के अधिकृत पैनल की ओर से फाइनेंस मैनेजर संदीप यादव द्वारा एक शिकायत दी गई कि बीते 29 अगस्त की दोपहर फाउंडेशन के डेटा पर साइबर हमला हुआ. साइबर बदमाशों ने फाउंडेशन का डाटा हैक कर लिया. बदमाशों द्वारा भेजे गए ईमेल संदेश से डेटा हैक होने की जानकारी लगी, जिससे सामने आया कि बदमाशों ने लॉकबीट ब्लैक वायरस से हमला किया है. संदेश में बदमाशों ने पुलिस या किसी अन्य एजेंसी से शिकायत करने पर डेटा नष्ट करने की धमकी दी है. बदमाशों ने भविष्य में ऐसे हमले से बचने के लिए क्रिप्टो करेंसी में एक मिलीयन डालर की मांग की है.

मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. एसपी देहात ए राजा के मुताबिक, केएन मोदी के सर्वर पर लॉकबिट ब्लैक वायरस का साइबर अटैक किया गया है, जिसके बाद सर्वर का सारा डेटा एंक्रिप्ट कर दिया गया है. इसको डीक्रप्ट करने के बदले में 5 मिलियन डॉलर या 1 मिलियन डॉलर कीमत की क्रिप्टो करेंसी के रूप में रेनसम मांगी गई है.

उन्होंने बताया कि पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद से इस मामले की जांच कर रही है. हैकर्स ने क्रिप्टो करेंसी में रंगदारी इसलिए मांगी है क्योंकि इस करेंसी में लेनदेन करने वालों को ट्रेस नहीं किया जा सकता है. साइबर एक्सपर्ट मदद के साथ तकनीकी एक्सपर्ट की भी सहायता ली जाएगी लखनऊ और नोएडा साइबर सेल टीम का भी सहयोग लिया जाएगा. आरंभिक जांच में पुलिस को ऐसा लग रहा है कि यह हमला विदेशी हैकर द्वारा किया गया है.

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