उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की सिविल लाइन थाना पुलिस ने सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
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ये गैंग मुजफ्फरनगर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा सहित उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में ऐसे नौजवानों को अपना निशाना बनाते थे जो पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी करते थे. इस गैंग के सदस्य ऐसे नौजवानों को नौकरी दिलाने के नाम अपने झांसे में फंसाकर उनसे लाखों रुपए की ठगी किया करते थे.
ऐसी ही ठगी का शिकार हुए कुछ युवकों ने मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन थाने में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी. जिसके चलते सोमवार को पुलिस टीम ने इस गैंग के चार सदस्य मौहम्मद राशिद, रोहित, लक्की पांडेय और अंकित वर्मा को गिरफ्तार किया है.
इस मामले में एसपी सिटी ने जानकारी देते हुए बताया की कुछ युवकों ने शिकायत दी थी कि नौकरी दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने उन सभी से 20 से 25 लाख रुपयों की ठगी की है. जिसके बाद पुलिस टीम ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये लोग कोचिंग सेंटरों पर नौकरी की तैयारी करने वाले नौजवानों को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूल किया करते थे.
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के सिंचाई विभाग, डाकखाना और भारतीय खाद्य निगम में संविदा पर काम करने वाले कुछ लोग भी इनके संपर्क में होते थे. जिनके साथ मिलकर बाकायदा ये लोग ऐसे नौजवानों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लखनऊ में एक दो महीने की ट्रेनिंग भी कराया करते थे और विश्वास दिलाने के लिए ये लोग ट्रेनिंग के नाम पर कुछ पैसे भी इन नौजवानों के खाते में डलवाया करते थे. पुलिस अब ये जानकारी जुटाने लगी है कि इस गैंग ने और किन-किन लोगो को अपना शिकार बनाया है.
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