कन्नौज में 16 जुलाई को मंदिर में गोवंश के अवशेष को फेंकने के बाद हुए बवाल के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि मामले में 18 लोगों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है.
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पुलिस की मानें तो पकड़े गए दोनों आरोपियों में एक मास्टरमाइंड है, जबकि दूसरे ने इसके कहने पर मामले को अंजाम दिया था. वहीं एसपी कुंवर अनुपम ने बताया कि इन दोनों के साथ और भी मास्टरमाइंड और घटना करने वाले लोग शामिल हैं, जिनको जल्द गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.
बताते चलें कि कन्नौज जिले के थाना तालग्राम क्षेत्र के रसूलाबाद गांव में 16 जुलाई की रात वहां बने हनुमान मंदिर के हवन कुंड के पास गोवंश का कटा हुआ सिर पड़ा देखा गया था. इसके बाद रसूलाबाद गांव समेत पूरे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश फैल गया और आगजनी और धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ के साथ माहौल गर्म हो गया.
शासन ने घटना के समय मौजूद रहे डीएम राकेश कुमार मिश्रा और एसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव सहित कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की थी, जिसमें 18 आरोपियों की गिरफ्तारी उसी वक्त की गई थी.
वहीं पुलिस ने मामले में फरार चल रहे तालग्राम क्षेत्र के रनवां निवासी चंचल त्रिपाठी और रसूलाबाद गांव के मनसूर को गिरफ्तार कर उन की निशानदेही पर छूरी, गड़ासा, कुल्हाड़ी और बोरा बरामद किया है.
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के बारे में एसपी कुंवर अनुपम ने यूपी तक से कहा कि तालग्राम क्षेत्र के रनवां निवासी चंचल त्रिपाठी और रसूलाबाद गांव निवासी मनसूर को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें चंचल त्रिपाठी की उस समय मौजूद चौकी प्रभारी से उसकी कुछ नाराजगी थी. जिसको लेकर चंचल ने यह साजिश रचते हुए मनसूर को घटना को अंजाम दिलवाने के लिए ₹10000 दिए थे. हालांकि, एसपी कुंवर अनुपम का कहना है कि अभी इसमें और गिरफ्तारियां होनी बाकी हैं, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.
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