कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में ‘हत्या’ के मामले में 2 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गोरखपुर पुलिस ने एक-एक लाख के इनामी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और एसआई अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार किया है. इसके बाद दोनों पुलिसकर्मी कानपुर एसआईटी के हवाले कर दिए गए.
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हाल ही में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस मामले में आरोपी एक निरीक्षक (इंस्पेक्टर), तीन उप निरीक्षक ( सब-इंस्पेक्टर) और दो आरक्षी (कॉन्स्टेबल) की गिरफ्तारी के लिए सूचना मुहैया कराने पर एक-एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी. इससे पहले एसआईटी ने सभी 6 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी.
मामले में अभी भी उप निरीक्षक विजय कुमार यादव, उप निरीक्षक राहुल दुबे, मुख्य आरक्षी कमलेश सिंह यादव और आरक्षी नागरिक पुलिस प्रशांत कुमार पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
बता दें कि यूपी सरकार ने इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की संस्तुति करते हुए केंद्र सरकार को एक अक्टूबर को प्रस्ताव भेजा था. राज्य सरकार ने यह भी तय किया कि जब तक सीबीआई जांच को अपने हाथ में नहीं ले लेती तब तक मामले की जांच कानपुर में स्थानांतरित की जाएगी, जहां विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच करेगा.
क्या है मामला?
27-28 सितंबर की दरम्यानी रात को गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद कानपुर के कारोबारी मनीष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. आरोप है कि होटल में चेंकिग करने गए पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता से मारपीट की, जिसकी वजह से मनीष की मौत हो गई.
गोरखपुर होटल के अंदर का CCTV फुटेज, इस तरह मनीष गुप्ता को उठाकर ले जाते दिखे पुलिसकर्मी
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