Uttar Pradesh News : कानपुर में हुए दसवीं के छात्र कुशाग्र हत्याकांड (Kanpur Kushagra Murder Case)
के बाद शहर में बवाल मचा हुआ है. विपक्षीय और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का कुशाग्र के घर आना जाना लगा हुआ है. सबकी एक ही मांग है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. ऐसे में परिवार ने आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की भी मांग की है. साथ ही साथ आरोपी प्रभात के पिता जो की होमगार्ड है, उनकी गिरफ्तारी की भी मांग की है.
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पुलिस को करते रहे गुमराह
वहीं चार्ज के दौरान यह निकलकर सामने आया है की पूरी घटना का प्रभात पुलिस को शुरुआत से ही गुमराह करता रहा. अपने आप को बचाने के लिए सारा दोष अपने दोस्त शिव पर मढ़ता रहा. सूत्रों के मुताबिक प्रभात ने पुलिस को बताया कि शिव कुशाग्र का दोस्त था और उम्मीद है उसी ने उसे मार दिया होगा. पूछताछ के दौरान एक वीडियो भी वायरल हुआ. जिसमें प्रभात दोनों जॉइंट कमिश्नर के सामने मासूम बन पुलिस को गुमराह करता हुआ दिख रहा है.
पुलिस की सख्ती से टूटा कुशाग्र का ‘कातिल’
जब पुलिस ने शिव को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो समझ में आया प्रभात झूठ बोल रहा है. जब पुलिस को शक हुआ तो एक उच्च अधिकारी ने प्रभात पर थप्पड़ों की ऐसी बरसात की तो उसने कुछ ही मिनट में उसने सारा सच उगल दिया. पहले प्रभात ने कहा कि वो 30 लाख फिरौती नहीं मांगना चाह रहा था. वो एक लाख में संतुष्ट था. मगर शिवा ने फिरौती वाले लेटर में 30 लाख रूपये खिलवाए. फिर उसने रचिता और कुशाग्र के बीच लव अफेयर वाली बात की. जबकि ऐसे कोई भी सबूत पुलिस को अभी तक नहीं मिले हैं.
हो रही कड़ी कार्रवाई
ऐसे में अब लगभग यह साफ हो रहा है कि वारदात को फिरौती की रकम के लिए अंजाम दिया गया था. वहीं, जॉइंट कमिश्नर का कहना है कि पुलिस इस मामले की कड़ी पैरवी कर रही है. हमारा उद्देश्य है कि इस मामले में आरोपियों को फांसी की सजा दिलाई जाए. कानपुर जॉइंट कमिश्नर ने यह भी कहा कि घटना अत्यंत दुखद है. पुलिस इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ है. हमारा लक्ष्य अधिकतम व कठोरतम सजा दिलवाने का है.
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