Sambhal News: यूपी के संभल जिले में राज्यमंत्री गुलाब देवी के विधानसभा क्षेत्र चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के मई गांव में पिछले 17 दिन से लापता नाबालिग दलित किशोरी के बरामद नहीं होने को लेकर कथित तौर पर आरोपियों के परिजनों के खौफ से परिवार ने पलायन करने की बात कही. आपको बता दें कि पीड़ित परिवार अपने घर का सारा सामान लेकर गांव से पलायन कर ही रहा था कि जानकारी मिलने पर अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद परिवार को जल्द लड़की बरामद करने का आश्वासन देकर रोका गया.
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के नए गांव निवासी पीड़ित परिवार ने अपनी 13 वर्षीय बेटी को गांव के ही दूसरे समुदाय के युवक पर बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक और उसके परिवार के लोगों के खिलाफ 30 अगस्त को मुकदमा दर्ज कर लिया था. मगर इसके बाद भी बेटी के बरामद न होने पर पीड़ित परिवार ने राज्य मंत्री गुलाब देवी से मिलकर और सीएम योगी को चिट्ठी भेजकर बेटी मदद की अपील की.
बता दें कि 17 दिन बाद भी किशोरी के बरामद नहीं होने पर पीड़ित परिवार ने कथित तौर पर आरोपी के परिजनों के डर से सामान गाड़ी में भरकर पलायन करने का कदम उठाया, लेकिन इसी बीच मामले की जानकारी पुलिस अफसरों तक पहुंच गई. इसके बाद एडिशनल एसपी श्रीशचंद्र और प्रशिक्षु सीओ दीपक तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर जल्द से जल्द किशोरी के बरामद होने का आश्वासन दिया, जिसके बाद पीड़ित परिवार पलायन करने से रुक गया. फिलहाल मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी के द्वारा परिवार से मिलने के बाद गांव में एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
एडिशनल एसपी श्रीशचंद्र का कहना है कि पीड़ित परिवार के द्वारा बेटी को बरामद किए जाने की मांग की जा रही है, लड़की को बरामद किए जाने का आश्वासन परिवार को दे दिया गया है और लड़की को बरामद करने के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं. उसे जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा. वहीं, पीड़ित परिवार के द्वारा फैसले के दबाव पर एडिशनल एसपी ने कहा कि गांव में फिलहाल पुलिस बल की तैनाती की गई है और परिवार को सुरक्षा का माहौल दिया जा रहा है.
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