Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल जनपद के नखासा थाना क्षेत्र के सिरसानाल गांव से एक सनसनीखे ज मामला सामने आया है. यहां एक क्रिश्चियन स्कूल की दो अध्यापिकाओं पर संगीन आरोप लगे हैं. क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की सुनीता नामक मां का आरोप है कि स्कूल की अध्यापिकाओं ने जबरन उसका धर्मांतरण कराने की कोशिश की. सुनीता के अनुसार, जब उसने इसका विरोध किया तो अध्यापिकाओं ने कथित तौर पर घर के मंदिर में रखी हुईं भगवान की मूर्तियां फेंक दीं और देवी-देवताओं के चित्र वाले पोस्टर जला दिए. वहीं, मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने सुनीता की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है.
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विस्तार से जानें पूरा मामला
दरअसल, नखासा थाना क्षेत्र के सिरसानाल गांव निवासी ईसाई धर्म को मानने युवक विलियम ने अपनी शादी हिंदू धर्म की महिला सुनीता के साथ की थी. शादी के बाद से ही पति पत्नी अपने अपने धर्म के अनुसार घर में पूजा पाठ करते हैं. आरोप है कि गांव में संचालित होने वाले सीडीएम क्रिश्चियन जूनियर हाई स्कूल की दो ईसाई टीचर सुनीता के घर पहुंची और हिंदू देवी देवताओं के चित्र देखकर उनका अपमान किया.
सुनीता का आरोप है कि सीडीएम स्कूल की दोनों टीचर रोसमयरी और जीसा शाम को घर आईं और घर के बातों ही बातों में ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाने लगीं. मगर जब सुनीता ने लगातार दबाव बनाए जाने का विरोध किया तो दोनों अध्यापिकाओं ने कथित तौर पर मंदिर में रखीं हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां फेंक दीं. आरोप है कि महिला टीचरों न केवल मूर्तियों को फेंका बल्कि विरोध विरोध करने पर उन्होंने हिंदू देवी देवताओं के पोस्टरों को उठाकर जला दिया और घर में रखा हुआ गंगाजल भी फेंकने लगीं.
इस दौरान संगीता की बुजुर्ग सास ने भी दोनों अध्यापिकाओं को रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानीं. पति विलियम के घर पहुंचने पर सुनीता ने उसे पूरी घटना बताई. खबर के अनुसार, घटना की जानकारी मिलने पर विलियम भी दोनों अध्यापिकाओं की करतूत पर भड़क गया. मामले की जानकारी मिलने पर थाना पुलिस गांव में पहुंची, तो सुनीता ने आरोपी टीचरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर तहरीर दी.
भाजपा नेता ने कही ये बात
मामले की जानकारी मिलने पर भाजपा नेता हरेंद्र सिंह रिंकू ने समर्थकों के साथ गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराने का आश्वासन भी दिया. रिंकू ने कहा कि इस मामले में अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो क्षेत्र में बड़ी महापंचायत की जाएगी और इसका जिम्मेदार प्रशासन होगा.
जिले के एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया, “इस मामले में एसडीएम और सीओ की एक टीम गठित की गई है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.”
वहीं, इस मामले में जांच कमेटी गठित होने के बाद एसडीएम विनय मिश्रा और सीओ जितेंद्र कुमार गांव में पहुंचे और पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली. पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी करने के बाद चर्च के फादर को बुलाया गया. अधिकारियों ने फादर को माहौल खराब करने की कोशिश को लेकर जमकर खरी खोटी सुनाई और पीड़ित परिवार को भी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई का आश्वासन दिया.
खबर के अनुसार, इस दौरान फादर घटनाक्रम के कुछ हिस्से को स्वीकार कर सफाई देते हुए दोनों आरोपी अध्यापिकाओं का बचाव करते हुए नजर आए.
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