उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने न्यूज एजेंसी ‘एनएनआई’ को बताया है कि आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में लाकर, फर्जी नाम से उनके नागरिकता दस्तावेज तैयार करके विदेश भेजने वाले गिरोह से संबंधित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
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ATS की ओर से बुधवार को जारी बयान के मुताबिक, पिछले कुछ समय से ऐसी खबर मिल रही थी की एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में लाकर उनके फर्जी प्रपत्र तैयार करवाता है और उन्हें भारत के नागरिक के रूप में बताकर, उन्हें बड़ी रकम के एवज विदेश भेजने का काम करता है.
बयान के अनुसार, इस गिरोह के सदस्य भारत लाए गए लोगों के मुस्लिम नाम को हिंदू नाम में बदल कर उनके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी किए गए भारतीय पासपोर्ट के जरिए उन्हें विदेश भेजने का भी काम करते हैं.
ATS को सूचना मिली थी कि इस गिरोह का एक व्यक्ति तीन बांग्लादेशी नागरिकों को राजधानी एक्सप्रेस से नई दिल्ली ले जा रहा है. इस पर एटीएस की वाराणसी फील्ड यूनिट ने मंगलवार को चंदौली स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर इन लोगों से पूछताछ की और संदेह होने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
बयान के मुताबिक, पकड़े गए लोगों में मिथुन मंडल, शाओन अहमद, मोमिनुर इस्लाम और मेहंदी हसन शामिल हैं. इनमें से मिथुन पश्चिम बंगाल का निवासी है जबकि बाकी तीन बांग्लादेश के रहने वाले हैं.
एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन, 3 पासपोर्ट, 4 आधार कार्ड, 12 एटीएम कार्ड, 1 पैन कार्ड, वोटर आईडी बरामद की गई है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के साथ पूछताछ की जा रही है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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