UP Police Constable Exam News: उत्तर प्रदेश में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए 23, 24, 25, 30, और 31 अगस्त को फिर से परीक्षा आयोजित की जाएगी. ऐसी खबर मिली है कि इस बार भी नकल माफिया सक्रिय हो गए हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर फर्जी पेपर देने का लालच देकर छात्रों से ठगी करने की कोशिश कर रहे हैं. मालूम हो कि पहले भी इसी तरह की घटनाएं हुई थीं, जिसमें कई लोग पकड़े गए थे. अब एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) इन माफियाओं पर नजर रख रही है और इनकी गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है.
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छात्रों के बीच डर का माहौल?
इसकी वजह से अभ्यर्थियों के बीच परीक्षा को लेकर एक बार फिर डर का माहौल बन गया है. इस डर और संदेह को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड ने महत्वपूर्ण बयान जारी किया है. बोर्ड ने सोशल मीडिया पर फैल रहे दावों को गलत करार दिया है और कहा है कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं होगी. बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित किया जाएगा और किसी भी तरह की धोखाधड़ी की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
फरवरी में यूपी पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा कैसे लीक हुई थी?
फरवरी में आयोजित यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आया था. मालूम हो कि भर्ती परीक्षा का पेपर लीक प्रिंटिंग प्रेस के जरिए हुआ था. जैसे ही पेपर प्रिंटिंग प्रेस से निकला और इसे ट्रांसपोर्ट करवाने वाली कंपनी के पास पहुंची, तभी ये लीक करवा दिया गया. पेपर लीक करवाने के लिए पूरी योजना बनाई गई थी.
बता दें कि बीते 17-18 फरवरी के दिन यूपी में सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. 60 हजार से अधिक पदों पर ये भर्तियां निकाली गई थीं. बड़े स्तर पर यूपी के कई जिलों में परीक्षा आयोजित हुई थीं. इन्हें देने के लिए सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार तक से युवा आए थे. मगर सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहले से ही लीक हो गया था.
सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे थे. इसके बाद सिपाही भर्ती बोर्ड ने मामले की जांच की थी. जिसके बाद यूपी सरकार ने सिपाही भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया था और मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी थी. पेपर लीक होने के बाद पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की DG रेणुका मिश्रा को भी पद से हटाया गया था.
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