Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में अमेठी और रायबरेली सीट को लेकर संशय अभी भी बरकरार है. संशय यह कि इस बार इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का कैंडिडेट कौन होगा. असल में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनके गढ़ अमेठी में शिकस्त दी थी. तब राहुल गांधी ने केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ा था. इस बार भी राहुल वायनाड से लड़ रहे हैं. इस बीच सोनिया गांधी के राज्यसभा चले जाने से अमेठी के साथ रायबरेली की सीट भी खाली हो गई है. ऐसे में कयासबाजी है कि क्या राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी क्रमशः अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती हैं?
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पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई कि प्रियंका गांधी देशव्यापी प्रचार का जिम्मा संभाल रही हैं, तो संभवतः वह न लड़ें. राहुल गांधी को लेकर भी सस्पेंश कायम रहा. बताया जा रहा है कि कांग्रेस चुनाव समिति ने अब अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर छोड़ रखा है कि वह गांधी परिवार से बात कर आखिरी फैसला लें. इस बीच सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर आ रही है.
कांग्रेस ने 3 मई के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को कहा
कांग्रेस सूत्रों से जानकारी मिली है कि फिलहाल सोनिया गांधी केएल शर्मा अमेठी पहुंचे हुए हैं. वह अमेठी में ब्लॉक कार्यकर्ताओं संग बैठकें कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि 3 मई के लिए सभी लोग तैयारी करें. असल में 3 मई को अमेठी और रायबरेली से नॉमिनेशन की आखिरी तारीख है. 3 तारीख को दोपहर 3 बजे तक नामांकन हो सकते हैं. संभवतः कांग्रेस ने मन बनाया है कि इन सीटों के लिए नॉमिनेशन 3 मई को ही होगा.
कांग्रेस अध्यक्ष कह चुके हैं- सस्पेंश कायम रहेगा!
बुधवार को कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अमेठी और रायबरेली सीट के लिए सीईसी ने अध्यक्ष खड़गे को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है. 24-30 घंटे में फैसला हो जाएगा. उन्होंने बीजेपी के इस आरोप का भी जवाब दिया कि हार के डर से कांग्रेस फैसला नहीं ले रही. जयराम रमेश ने कहा कि कोई देर नहीं हो रही है और कोई डरा नहीं है. जयराम ने पलट कर यह भी पूछा कि क्या रायबरेली से बीजेरी ने कैंडिडेट दिया है?
इससे पहले न्यूज Tak को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे भी कह चुके हैं कि यह उनकी पार्टी की रणनीति है कि दोनों सीटों पर सस्पेंश कायम रखा गया है. अब देखना यह है कि आखिर इन दोनों सीटों को लेकर कांग्रेस की तरफ से अंतिम फैसला क्या आता है.
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