Mohanlalganj Loksabha Seat: उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर मोहनलालगंज लोकसभा सीट के समीकरण को लेकर पत्रकारों ने यूपी तक से बात की. राजधानी लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकारों ने यूपी तक को दावा करते हुए बताया कि लखनऊ लोकसभा सीट से तो भाजपा ही जीत रही है. क्योंकि यह सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई की कर्मभूमि रही है.
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मगर लखनऊ की दूसरी लोकसभा सीट मोहनलालगंज में कुछ संशय दिखाई पड़ रहा है क्योंकि वहां पर लड़ाई काफी टफ है. मोहनलालगंज एससी आरक्षित सीट है. ऐसे में यहां पर मुद्दों के लिए लोग वोटिंग कम होगी बल्कि जातीय फैक्टर पर वोटिंग ज्यादा होगी. मोहनलालगंज लोकसभा की जनता वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर से नाराज दिखाई पड़ रही है. क्योंकि उन्होंने जो वादा किया था उसे नहीं निभाया, जबकि वह मंत्री भी हैं. ऐसे में जनता विकल्प के तौर पर अब सपा के उम्मीदवार की तरफ रुझान करती हुई दिखाई पड़ रही है.हालांकि पीएम मोदी और सीएम योगी फैक्टर आगामी 20 मई को अवध क्षेत्र में चलेगा.
पत्रकारों ने कहा कि मोहनलालगंज से भाजपा भले ही फंसी हुई दिखाई पड़ रही है, लेकिन उसकी नैया पार हो जाएगी. हो सकता है इस बार कम मार्जिन से भाजपा मोहनलालगंज से जीते लेकिन वह वहां से जीत जाएगी. इस बार इंडी गठबंधन हुआ है. कांग्रेस और सपा साथ हैं. माहौल भी खूब पिछले चुनावों की तरह बनता दिख रहा है. हो हल्ला भी होता है कि भाजपा हार रही है लेकिन ऐसा कुछ होता नहीं है. क्योंकि साइलेंट वोटर बहुत हैं, जो भाजपा के फेवर में रहते हैं.
पत्रकारों ने आगे यह भी कहा कि बसपा मोहनलालगंज में बहुत पीछे है और मुस्लिम अब जान चुका है कि बसपा को वोट किसी भी हालत में नहीं देना है. ऐसे मे वे बसपा को वोट नहीं देगा और अपना वोट इंडी गठबंधन को देगा, ताकि भाजपा को हराया जा सके. फिलहाल सपा और भाजपा में मोहनलालगंज से लड़ाई कांटे की है.
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