Jayant Chaudhary News: संसद भवन की पुरानी इमारत में स्थित संविधान कक्ष में शुक्रवार, 7 जून को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) संसदीय दल का नेता चुन लिया गया. आपको बता दें कि इस दौरान NDA के कई महत्वपूर्ण साथी मंच पर बैठे नजर आए. मगर जब सबकी नजर जयंत चौधरी पर गई तो वह मंच पर बैठे हुए नहीं दिखे. इसी के बाद से जयंत अब चर्चा के केंद्र में आ गए हैं. विपक्षी नेता सोशल मीडिया पर इसे जयंत के दादा और देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का अपमान बता रहे हैं. खबर में आगे जानिए इस मामले पर क्या-क्या बयानबाजी हो रही है.
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जयंत चौधरी को मंच में जगह न मिलने पर यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने कहा, "मोदी के यहां जो जाएगा उसके साथ यही होगा. उनके यहां पार्टी में शामिल करते वक्त गुलदस्ता दिया जाता हैं. बड़े बड़े हार दिए जाते हैं और बाद में अपमानित और बेइज्जत किया जाता है.
वहीं, घोसी से नवनिर्वाचित सपा सांसद राजीव राय ने कहा, "यह वही सरकार है, जो किसानों को आतंकवादी कहती है, देशद्रोही कहती है. किसानों के सबसे बड़े नेता चौधरी साहब के पौत्र जयंत चौधरी का यह केवल अपमान नहीं है, बल्कि उन किसानों का भी अपमान है जिनको आप आतंकवादी कहा करते हैं. जयंत चौधरी को अगर किसानों के सम्मान की चिंता होगी और अपने आत्मसम्मान की चिंता होगी तो वह इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व ने कहा है कि जो आएगा उसका स्वागत होगा. अखिलेश यादव के पास जो भी जाता है उसका वह दिल खोलकर स्वागत करते हैं."
सपा नेता आईपी सिंह ने कहा, "श्री जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गई. उन्हें नीचे बिठाया गया, जबकि एक सीट वाली अनुप्रिया पटेल, एक सीट वाले अजीत पवार, जीतन मांझी सबको जगह मिली मंच पर. लेकिन जयंत चौधरी की मंच पर नहीं दी गयी जगह. यह तो घोर अपमान है किसान नेता रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी के पोते का."
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